अलवर. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री और अलवर के सांसद भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर के साथ सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई. इसमें नगर निगम के मेयर भी मौजूद रहे. बैठक में नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और अन्य विभागों के कामकाज की समीक्षा की गई. उन्होंने कहा कि इस बार मानसून में बारिश होना अच्छा है, लेकिन बारिश के इंतजार के साथ इंतजाम भी बहुत जरूरी है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अलवर में नाला सफाई बड़ी समस्या है. इसके लिए नई जेसीबी मंगवाई गई है, जो की 8 जुलाई तक अलवर में पहुंचकर सफाई की व्यवस्था को संभालेगी.
केंद्रीय मंत्री यादव ने कहा कि आगामी 8 जुलाई से जेसीबी से शहर के नालों की सफाई कराई जाएगी. इसके लिए सभी पार्षदों का सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाया जाए, जिससे नालों की सफाई करवाई जा सके. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अलवर में सबसे बड़ी चुनौती प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग एवं अतिक्रमण है. इस पर रोक लगाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पुरानी ड्रेनेज सिस्टम को दिखाया जाएगा. जहां-जहां पानी रुकता है उन जगहों पर जेसीबी से खुदाई करवाई जाएगी.
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नालों में प्लास्टिक सबसे बड़ी समस्या: नगर निगम के मेयर घनश्याम गुर्जर ने कहा कि अलवर में नालो के भरने का सबसे बड़ा कारण है प्लास्टिक. इनमें भारी मात्रा में प्लास्टिक पड़ा है. इसके चलते यह प्लास्टिक पानी के मार्ग को अवरुद्ध करता है और पानी को आगे नहीं जाने देता. इससे नाले उफान पर आ जाते हैं. नगर निगम मेयर ने लोगों से अपील की कि वे कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें.
पौधरोपण अभियान की शुरूआत: जिले में पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत लोगों की ओर से पौधरोपण का कार्य शुरू हो गया है. इसी अभियान में शुक्रवार सुबह जिला व्यापार संघ की ओर से हर वार्ड, हर घर पौधारोपण की शुरुआत की गई. इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक पौधा रोपकर की.
व्यापार महासंघ के महामंत्री मुकेश विजय ने बताया कि अंबेडकर नगर के बी ब्लॉक के पार्क से इस अभियान की शुरुआत 11 पौधे लगाकर की गई. उन्होंने कहा कि व्यापार महासंघ की ओर से यह अभियान पूरे शहर में चलाया जाएगा. मुकेश विजय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक पेड़ मां के नाम लगाने का अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत भी लोग पौधरोपण कर रहे हैं.