सीहोर। टाइगर स्टेट में पिछले कुछ दिनों से लगातार बाघों की मौत की खबरें आ रही हैं. अब सीहोर जिले के बुधनी क्षेत्र में एक बाघ की मौत हो गई. जबकि दो शावक घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही डॉक्टर्स की टीम मौके पर पहुंची और घायल शावकों को इलाज किया जा रहा है. दोनों शावकों की उम्र करीबन एक साल बताई जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक दोनों शावक वहां से गुजर रही ट्रेन से टकरा गए. ये हादसा बुधनी मिडघाट रेलवे ट्रेक पर हुआ.
बाघों की मौत का सिलसिला जारी
मध्य प्रदेश में बीते कुछ महीनों से बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. बुधनी में हुए हादसे के पहले भोपाल से सटे रायसेन जिले के रातापानी टाइगर रिजर्व के चकलोद रेंज में भी एक बाघ का शव मिला था. वन विभाग से संबंधित लोगों का कहना था कि 'बाघ की मौत करीबन 10 से 12 दिन पहले हुई होगी.' डीएफओ हेमंत रैकवार के मुताबिक यह बाघ की मौत कैसे हुई इसकी जांच कराई जा रही है. इसका पोस्टमार्टम कराया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है.
गोली मारकर बाघ को किया गया शिकार
वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इस मामले में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ शुभरंजन सेन को शिकायत की थी, कि गोली मारकर बाघ का शिकार किया गया है. बताया जा रहा है कि शिकायत के बाद से वन विभाग का अमला बाघ के शव को दो दिनों से खोज रहा था. कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग के अमले ने बाघ के शव को खोज निकाला.
पिछले 6 माह में हो चुकी 23 बाघों की मौत
मध्य प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा 785 बाघ हैं. इसके चलते मध्य प्रदेश को दूसरी बार टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था. प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़ी, लेकिन बाघों की मौत का आंकड़ा भी प्रदेश में ज्यादा है. इस साल 2024 में 6 माह में प्रदेश में 23 बाघों की मौत हो चुकी है, जबकि देश में 75 बाघों की मौत हुई है. वहीं 2023 में प्रदेश में 43 बाघों की मौत हुई थी. 2022 में 34 और 2021 में मध्य प्रदेश में 41 बाघ मारे गए थे.