श्रीनगरः उत्तराखंड की हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय और ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ कैनबरा के बीच शैक्षणिक एवं शोध कार्यों के पारस्परिक सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण एमओयू हुआ है. इस एमओयू के तहत दोनों ही विश्वविद्यालय शैक्षणिक एवं शोध कार्यों में आपसी हितों के अनुरूप एक-दूसरे का सहयोग करेंगे. साथ ही दोनों तरफ से शैक्षणिक कर्मचारियों, वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों की द्विपक्षीय यात्रा को प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके अलावा वैज्ञानिक संगोष्ठी एवं सम्मेलन के आयोजन एवं छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक यात्राओं हेतु भी सहयोग किया जाएगा.
गढ़वाल विश्वविद्यालय की तरफ से जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जीके जोशी को उक्त एमओयू के तहत आयोजन होने वाले विभिन्न शैक्षणिक एवं शोध संबंधित कार्यक्रमों के प्रबंधन हेतु नामित किया गया है. प्रोफेसर जोशी ने बताया कि सितंबर माह में कैनबरा विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट स्तर के 10 से 15 छात्र छात्राओं का एक दल शैक्षणिक क्रियाकलापों एवं संस्कृति की जानकारी हेतु गढ़वाल विश्वविद्यालय का भ्रमण करेगा.
गढ़वाल विश्वविद्यालय के रिसर्च एवं डेवलपमेंट सेल के डायरेक्टर प्रोफेसर हेमवती नंदन पांडे द्वारा उक्त एमओयू पर एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय की तरफ से हस्ताक्षर किए गए. जबकि कैनबरा विश्वविद्यालय की तरफ से अंतरिम कुलपति प्रोफेसर लूसी जोसंटन द्वारा हस्ताक्षर किए गए. गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल द्वारा उक्त एमओयू को गढ़वाल विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं शोध कार्यों के विकास हेतु एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया गया है. उन्होंने कहा इससे भविष्य में गढ़वाल विश्वविद्यालय के संबंधित छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षणिक एवं रिसर्च कार्यों में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा.
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