पटना: राजधानी पटना से सटे पुनपुन थाना क्षेत्र में एक गैंगरेप का मामला सामने आया है. नाबालिग की मौत के चार महीने बाद उसकी मां ने मामला दर्ज कराया है. मां का आरोप है कि 11 वर्षीया किशोरी के साथ गांव के चार लड़कों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी. दर्ज कराए गए मामले में चार लोगों पर आरोप लगाया गया है.
अप्रैल महीने का है मामला: वहीं थानाध्यक्ष बेबी कुमारी ने बताया कि घटना बीते 18 अप्रैल की है. परिजनों द्वारा शव का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम कराये कर दिया गया था. वहीं अब इस मामले में केस दर्ज कराया गया है, जिससे परिजनों की मंशा साफ पता नहीं चल पा रही है. उन्होने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन में जुटी है. जानकारी के अनुसार मृतका पुनपुन थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थी.
क्या है परिजनों का आरोप: थानाध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग की मां पटना में सब्जी बेचने का काम करती है, जबकि पिता पटना में ही कहीं निजी काम करते हैं. घटना के दिन 18 अप्रैल को माता-पिता पटना में थे. उस दिन गांव में एक बारात आयी थी. आरोप है की उसी का फायदा उठाकर आरोपित घर में घुस गए. उन्होंने लड़की को अकेला पाकर पहले उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में आत्महत्या का रूप देने की साजिश रच उसकी हत्या कर शव को फंदे से लटका दिया.
बिना पोस्टमार्टम कराया अंतिम संस्कार: इधर गांव में आयी बारात के भोज में खाना खाने के लिये कहने जब ठाकुर मृतका के घर पहुंचे तो देखा की मृतका गले में फंदा डालकर झूल रही है. यह सुनकर माता-पिता पटना से वापस आए. दर्ज करायी गयी प्राथमिकी और लड़की की मां का आरोप है की घटना के बाद वह इसकी सूचना पुनपुन पुलिस को देना चाह रही थी लेकिन चारों आरोपितों ने एक साजिश के तहत पोस्टमार्टम न कराने की बात कहकर आनन-फानन में शव का अंतिम संस्कार करा दिया.
मौत के बाद परिजनों को पता लगी सच्चाई: उधर बताया जा रहा है की घटना के कुछ दिन बाद मृतका के परिजनों को सच्चाई की जानकारी हो गयी थी. जिसके बाद आरोपितों के द्वारा उसके परिजनों से समझौता की बात की गई. हालांकि समझौता टूट जाने के बाद मृतका की मां के द्वारा मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
"घटना बीते 18 अप्रैल की है और घटना के इतने दिनों के बाद शव का जब अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम कराये कर दिया गया था. इस घटना में लड़की की मां ने मामला दर्ज कराया है. इसके पीछे परिजनों की क्या मंशा है, बता नहीं सकते." -बेबी कुमारी, थानाध्यक्ष, पुनपुन