मुरैना। पुरानी कहावत है, मुनाफाखोर किसी के सगे नहीं होते हैं. मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में वे लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूकते हैं. ऐसा ही एक मामला सोमवार को मुरैना शहर में सामने आया है. यहां पर मुनाफाखोर मेरठ से मवेशियों का कच्चा और गंदा गुड़ लाकर उसमे सेफोलाइट मिलाकर खाद्य गुड़ बना रहे थे. फ़ूड विभाग की टीम ने सोमवार को फैक्ट्री पर छापा मारकर गुड़ के दो नमूने लिए हैं. ये नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे जाएंगे. इसके अलावा फ़ूड विभाग फैक्ट्री संचालक को धारा 32 के तहत नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है.
खाद्य विभाग की टीन ने मारा छापा
मुरैना खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी अनिल सिंह परिहार को पिछले कुछ दिनों से सूचनाएं मिल रही थीं कि शहर स्थित राठौर कॉलोनी में बंगाली ट्रेडर्स के नाम से संचालित गुड़ फैक्ट्री में कच्चे और गंदे गुड़ से खाद्य गुड़ तैयार किया जा रहा है. इसी सूचना पर खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी ने सोमवार को अपनी टीम के साथ गुड़ फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की. इस दौरान फैक्ट्री के अंदर काफी गंदगी पसरी मिली और कर्मचारी कच्चे व गंदे गुड़ में सेफोलाइट मिलाकर उससे खाद्य गुड़ बना रहे थे. बताया जा रहा है कि कुछ साल पहले भी इस गुड़ फैक्ट्री पर अधिकारी कार्रवाई कर चुके हैं.
यहां पढ़ें... मुरैना में मंदिर के प्रसाद में मिलावट! प्रशासन ने छापामार कार्रवाई कर लिए सैंपल, मचा हड़कंप |
गुड़ के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए
जब अधिकारियों ने पूछताछ कि तो पता चला की फैक्ट्री संचालक मेरठ से मवेशियों के खाने योग्य का कच्चा और गंदा गुड़ सस्ते दामों में खरीदकर लाता है. इस गुड़ में सेफोलाइट मिलाकर चमकदार खाने योग्य गुड़ तैयार कर बाजार में असली गुड़ के भाव में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहा है. अधिकारियों के अनुसार फैक्ट्री के अंदर एक दिन में करीब डेढ़ क्विंटल गुड़ तैयार किया जाता है. इस नोटिस के बाद फैक्ट्री संचालक को 4 दिन का समय दिया जाएगा. सुधार नहीं करने पर लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.