मुरैना। कोरोना काल के बाद पहली बार जेल परिसर में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया. बहनों द्वारा भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधा गया. भाइयों ने बहनों को रक्षा का वचन दिया. बता दें कि कोरोना के चलते वर्ष 2020 से मुरैना जिला जेल में किसी त्यौहार पर खासकर रक्षाबंधन और भाईदूज पर बहनों की मिलाई पर रोक लगी थी. वर्ष 2023 में सावन और होली पर आचार संहिता के चलते बहनों की भाइयों से मुलाकात नहीं हो सकी. इस बार बहनों ने जेल में पहुंचकर भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधा.
जेल प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम
रक्षाबंधन पर जेल में अलग ही माहौल देखने को मिला. बहन-भाई काफी खुश दिखाई दिए. वहीं, जेल परिसर में शासन के निर्देश पर बहनों के लिए व्यवस्थाएं सुदृढ़ की गईं. यहां टेंट लगाया और बैठक के साथ कूलर व ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई. इस बार भद्र लगने के कारण दोपहर 1:30 बजे के बाद रक्षाबंधन आरंभ हुआ. सुबह से ही जिलेभर में बहनों एवं भाइयों का आना-जाना लगा रहा और एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने की कवायद में जुटे रहे. रक्षाबंधन पर्व के चलते लोगों में अपार उत्साह देखने को मिला. वाहन न मिलने पर भी लोग किसी न किसी संसाधन से अपनी बहनों के पास रक्षासूत्र बंधवाने के लिए पहुंचे.
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बाजार रहे गुलजार, मिठाइयों की दुकान पर भीड़
रक्षाबंधन पर्व के चलते शहर में मिठाई की दुकानें गुलजार रहीं. सुबह से ही खरीददारों की भीड़ देखने को मिली. यहां तमाम मिठाइयों के साथ-साथ घेवर की अधिक डिमांड देखने को मिली. शहर की प्रसिद्ध दुकानों पर घेवर खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी. इसके साथ ही शहर में जगह-जगह सोनपापड़ी के पैकेट बेचने वालों के काउंटर लगे. वहीं फलों के दाम भी आसमान छू रहे थे. मुरैना से तमाम स्थानों पर जाने के लिए बसें पूरी तरह भरी मिलीं वहीं ट्रेनों में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.