मुरैना: कुछ दिनों पहले सिंगरौली गांव से आते समय खेरातौर के रपटे पर अधिक पानी होने के दौरान 3 युवक पानी में बह गए थे. जिनमें से एक को ग्रामीणों ने तत्काल बाहर निकाल लिया था, लेकिन दो युवक पिछले 48 घंटे से लापता थे. जिनके शव रविवार को घटनास्थल से 2 किलोमीटर दूर झाड़ियों के बीच पाए गए हैं. पुलिस के द्वारा शव बरामद कर उनका पीएम कराया गया है. वहीं पुलिस की कार्रवाई को लेकर परिजनों ने स्टेट हाइवे पर जाम भी लगाया था.
पानी में बह गए थे 3 युवक
शुक्रवार की दोपहर खेरातौर गांव के रास्ते में बने रपटे के ऊपर से पानी बह रहा था. इस दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी के तेज बहाव में बह गया और उसमें सवार 3 लोग बहने लगे. इसके बाद टैक्टर ड्राइवर को ग्रामीणों ने तत्काल बचा लिया था, लेकिन 2 युवक कमलेश कडेरा और गजेंद्र धाकड़ पानी में बहकर लापता हो गए थे. दोनों युवकों की तलाश में एसडीआरएफ की टीम लगातार गोताखोरों के साथ खोजबीन कर रही थी, लेकिन शनिवार तक उनका कोई पता नहीं चला. फिर रविवार को घटनास्थल से 2 किलोमीटर दूर दोनों युवकों के शव झाड़ियां में फंसे मिले. दोनों शवों को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है.
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परिजनों ने स्टेट हाइवे पर लगाया जाम
इसके बाद मृतकों के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर कैलारस के स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया. हालांकि पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद लोगों ने जाम खोल दिया. कैलारस थाना प्रभारी सुनील खेमरिया ने बताया कि ''दो दिन पहले एक टैक्टर-ट्रॉली पानी में बह गई थी, जिसमें 3 लोग बह गए थे. ग्रामीणों ने एक को तो निकाल लिया, लेकिन 2 लोग बह गए. काफी तलाश के बाद भी शव नहीं मिला, लेकिन रविवार को उन दोनों के शव झाड़ियों में फंसे मिल गए है. जाम को लेकर बोले कि परिजनों को किसी ने बरगला दिया था. टैक्टर व ड्राइवर बदलने की बात कहकर वह जाम लगाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनको समझाया दिया है.''