देहरादून: उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहाड़ के साथ ही मैदानी क्षेत्र से सैकड़ों मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में बेड मिलना मुश्किल हो जाता है, लेकिन अब अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों को बेड की मारामारी नहीं झेलनी पड़ेगी. इसके तहत अस्पताल के पुराने स्त्री एवं प्रसूति विभाग के भवन को तोड़कर इसकी जगह 570 बेड का टावर तैयार किया जा रहा है.
125.10 करोड़ रुपए की लागत बनाया जाएगा टावर: दून अस्पताल परिसर में यह भवन तैयार होने के बाद मरीजों को सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. साथ ही मरीजों को बेड के लिए मारामारी नहीं करनी पड़ेगी. क्योंकि, अस्पताल में 570 बेड लगाए जाएंगे. जिसका सीधा लाभ मरीजों को मिलेगा. इस टावर को करीब 125.10 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है. माना जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इससे मरीजों को काफी सुविधाएं मिलेगी.
ये भी पढ़ेंः दून अस्पताल में बर्न यूनिट तैयार, कोरोनेशन अस्पताल नहीं किया जाएगा अब रेफर
टावर में होंगे 10 फ्लोर, दिसंबर तक तैयार करने का लक्ष्य: दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष सयाना ने बताया कि इस साल के अंत तक टावर के बनने की संभावना है. इस भवन में मुख्य रूप से गायनी डिपार्टमेंट, पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट, सर्जरी और आर्थोपेडिक विभाग संचालित किए जाएंगे. इस भवन में 10 फ्लोर होंगे. उन्होंने बताया कि टावर बनने के बाद चार प्रमुख विभागों को भवन में स्थान दिए जाने का प्रावधान किया गया है.
ग्राउंड फ्लोर पर ही मिलेगी विशेष सुविधाएं: वहीं, डॉक्टर सयाना ने बताया कि इस इमारत में ओटी की व्यवस्था के साथ ही रेडियोलॉजी और पैथोलॉजिकल जांच भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि मरीजों की सहूलियत के लिए ग्राउंड फ्लोर पर ही अस्पताल की ओर से विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. ताकि, मरीजों को टावर में इधर-उधर भटकना न पड़े.