रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग से तीर्थ यात्रियों ने आवाजाही शुरू कर दी है. दो दिनों में 30 से ज्यादा तीर्थ यात्री पैदल यात्रा मार्ग से धाम पहुंचे हैं. हालांकि, पैदल यात्रा मार्ग पर अत्यधिक बारिश और अलर्ट होने पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर प्रशासन की ओर से रोका जा रहा है. मौसम साफ होने पर हेली सेवाएं भी यात्रियों को धाम पहुंच रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर पैदल मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य लगातार जारी है.
अभी तक 10 लाख 94 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री कर चुके बाबा केदार के दर्शन: सोनप्रयाग में भी केदारनाथ हाईवे को वाहनों की आवाजाही लायक बनाया जा रहा है. बार-बार भारी बारिश होने और पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण कार्य करने में दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, केदारनाथ पैदल मार्ग खुलने पर यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में 21 अगस्त को 20 यात्रियों का एक दल तो 22 अगस्त यानी आज 12 यात्री पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचे. अभी तक 10 लाख 94 हजार 398 यात्री बाबा के दर हाजिरी लगा चुके हैं.
वहीं, केदारनाथ पैदल मार्ग अब यात्रियों की आवाजाही के लिए पूरी तरह तैयार है. अब यात्रा मार्ग को घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए तैयार किया जा रहा है. यदि मौसम साथ देता है तो इस महीने के आखिर तक यात्रा मार्ग घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए भी पूरी तरह से तैयार हो जाएगा. लगातार मूसलाधार बारिश होने पर पैदल मार्ग की मरम्मत करने में मजदूरों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बारिश होने पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा: पैदल यात्रा मार्ग से धाम पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों को अत्यधिक बारिश होने पर प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया जा रहा है. बारिश या बारिश का अलर्ट होने पर यात्रा तो खुली रहेगी, लेकिन यात्रियों को सुरक्षित रोका जाएगा. पैदल यात्रा मार्ग पर जगह-जगह सेक्टर मजिस्ट्रेट और सुरक्षा जवान भी तैनात किए गए हैं. ऊखीमठ उप जिलाधिकारी अनिल शुक्ला ने बताया कि पैदल यात्रा मार्ग से लगातार यात्रियों की आवाजाही हो रही है. अत्यधिक बारिश होने पर यात्रियों को सुरक्षित रोका जा रहा है.
उन्होंने कहा कि लगातार पैदल यात्रा मार्ग की मरम्मत का कार्य भी जारी है. पैदल यात्रा मार्ग को घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए तैयार किया जा रहा है. साथ ही कहा कि सोनप्रयाग में भी केदारनाथ हाईवे को लगातार ठीक करने के प्रयास किए जा रहे हैं. बार-बार बारिश आने पर हाईवे को दुरुस्त करने में थोड़ा दिक्कतें आ रही हैं. सोनप्रयाग से आगे गौरीकुंड के पास तक वाहनों की आवाजाही भी हो रही है.
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