नई दिल्ली: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी के लिए पंजीकरण करने के लिए एनटीए द्वारा अंतिम तिथि पांच अप्रैल तक बढ़ा दी गई है. इसके बाद सीयूईटी यूजी के माध्यम से दाखिला लेने के लिए छात्रों की संख्या और बढ़ेगी. यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी द्वारा वित्त पोषित सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) अनिवार्य है. जबकि, (सीयूईटी-पीजी) शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी द्वारा वित्त पोषित सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के पीजी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्वैच्छिक है.
उन्होंने कहा कि यूजीसी देशभर के अन्य सभी विश्वविद्यालयों को स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों कार्यक्रमों के लिए सीयूईटी में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है. लेकिन इसके लिए भागीदारी अभी स्वैच्छिक बनी हुई है. यूजीसी छात्रों के बीच सीयूईटी की बढ़ती लोकप्रियता और विश्वविद्यालयों को इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले कई लाभों पर रोशनी डालता है.
इसलिए लाया गया सीयूईटी
- सीयूईटी छात्रों को कई विश्वविद्यालय-वार प्रवेश परीक्षाओं में बैठने की आवश्यकता को समाप्त करता है.
- छात्रों पर बोझ कम करता है. साथ ही मानकीकृत मूल्यांकन विधियों द्वारा विविध पृष्ठभूमि और बोर्डों के छात्रों का मूल्यांकन करने के लिए एक निष्पक्ष और उद्देश्यपूर्ण मंच प्रदान करता है.
- इसमें भेदभाव की कोई गुंजाइश नहीं है. यह छात्रों को विश्वविद्यालय के व्यापक विकल्पों का लाभ उठाकर, एकल परीक्षा स्कोर के साथ विश्वविद्यालयों की व्यापक श्रेणी में आवेदन करने की अनुमति देता है.
- इस वर्ष, यूजीसी और एनटीए पूरे भारत में परीक्षा केंद्रों को जोड़कर हाइब्रिड हो रहे हैं, ताकि यह छात्रों और परीक्षा केंद्रों के बीच की दूरी को कम कर सकें.
- सीयूईटी में भाग लेने वाले विश्वविद्यालय, अपनी प्रवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर सकते हैं. जिससे विश्वविद्यालयों के समय, संसाधनों और अलग-अलग परीक्षाओं के लिए आवश्यक जनशक्ति की बचत होगी.
- विश्वविद्यालय देशभर से योग्य छात्रों के एक बड़े समूह तक पहुंच सकते हैं. इसके अतिरिक्त सीयूईटी स्कोर का उपयोग, अधिक व्यापक छात्र मूल्यांकन के लिए अन्य मानदंडों के साथ किया जा सकता है.
200 से विश्वविद्यालयों ने कराया सीयूईटी के लिए पंजीकरण: एम. जगदीश कुमार ने बताया कि अब तक 200 से अधिक विश्वविद्यालयों ने सीयूईटी के लिए पंजीकरण कराया है और यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है. इसलिए यूजीसी सभी विश्वविद्यालयों को छात्रों और उच्च शिक्षण संस्थानों दोनों पर इसके सकारात्मक प्रभाव पर विचार करने के लिए दृढ़ता से प्रोत्साहित करता है. एक साथ काम करके यूजीसी और विश्वविद्यालय भारत में एक अधिक कुशल और छात्र-केंद्रित उच्च शिक्षा प्रवेश प्रणाली बना सकते हैं.
सीयूईटी यूजी और पीजी में शामिल हैं दिल्ली के ये विश्वविद्यालय: दिल्ली विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (केंद्रीय विश्वविद्यालय) और डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय (राज्य विश्वविद्यालय)
दिल्ली के ये विश्वविद्यालय सीयूईटी यूजी पीजी में नहीं हैं शामिल: गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (राज्य विश्वविद्यालय), दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) राज्य विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) राज्य विश्वविद्यालय, नेताजी सुभाष टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनएसयूटी) राज्य विश्वविद्यालय, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) राज्य विश्वविद्यालय, दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी राज्य विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) केंद्रीय विश्वविद्यालय है. मुक्त विश्वविद्यालय होने के चलते सीयईटी यूजी और पीजी में शामिल नहीं है. उपर्युक्त विश्वविद्यालयों में इग्नू को छोड़कर सभी विश्वविद्यालय राज्य विश्वविद्यालय हैं, इसलिए ये सीयूईटी में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं हैं. अंबेडकर विश्वविद्यालय स्वेच्छा से सीयूईटी यूजी और पीजी में शामिल है.
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