वाराणसी : साल 2014 के बाद से बनारस में तेजी से विकास कार्य हुए हैं. इनसे काशी की छवि बदली है. इन सबके बीच अब बनारस में नगर निगम को अपनी उन पुरानी प्रॉपर्टी की भी याद आई है, जो लंबे वक्त से हैं लेकिन किसी तरह से फायदे में नहीं रहीं. लगभग 50 साल से ज्यादा पुराने ऐसे 39 स्पॉट की 1400 से ज्यादा दुकानों को अब नगर निगम रिनोवेट कराने जा रहा है. इसके लिए प्लान तैयार किया गया है. सदन में रखकर इस पर कार्रवाई शुरू करने की तैयारी है. सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम वाराणसी, दिल्ली और मेट्रो सिटी की तर्ज पर बेसमेंट से लेकर बड़े मार्केट डेवलप करेगा. यह पब्लिक और यहां आने वाले सैलानियों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.
दरअसल वाराणसी नगर निगम ने शहर के कुछ इलाकों में इस तरह का प्लान बनाकर इस पर काम किया और उसमें सफलता भी मिली है. गोदौलिया चौराहे पर सिंधी मार्केट को डेवलप करके नया मार्केट बनाया गया और इसे पुराने दुकानदारों को नए सिरे से आवंटित किया गया. ऐसा ही काम दशाश्वमेध प्लाजा पर हुआ जो तैयार करने के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण ने अपने स्तर पर दुकानदारों का आवंटित करना शुरू कर दिया है.
डेढ़ सौ से ज्यादा दुकानों वाला यह प्लाजा बनारस के लिए एकदम नया और यूनिक प्रयास था. जहां एक साथ दुकानें हैं और खाने-पीने के लिए रेस्टोरेंट भी मौजूद हैं. ऐसा ही प्रयास वाराणसी नगर निगम भी करने जा रहा है. दिल्ली के पालिका बाजार व कनॉट प्लेस की तर्ज पर नगर निगम वाराणसी के बनारस के तमाम अपने बाजारों को डेवलप करेगा.
अपर नगर आयुक्त राजीव राय का कहना है कि बनारस में ऐसे 39 स्पॉट हैं जो नगर निगम की प्रॉपर्टी है. इनमें 1482 दुकान हैं, जो 40 साल से भी ज्यादा वक्त से नगर निगम के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहीं हैं. इनमें से अधिकांश दुकानों से 20 से 50 रुपये ही महीना ही किराए के आते हैं. इनमें बढ़ोतरी की भी तैयारी की गई है और कुछ से बढ़ाकर पैसा लेना भी शुरू कर दिया गया है.
अपर नगर आयुक्त ने बताया कि 39 में बाजारों को अभी चिन्हित किया गया है. इनमें वाराणसी के इंग्लिशया लाइन पर मार्केट, विजयनगरम मार्केट, लहुराबीर जूता बाजार, साजन तिराहे के पास निगम मार्केट के अलावा ऐसे ही आधा दर्जन बाजारों को चिन्हित करके इनको बिल्कुल नए सिरे से डेवलप किया जाएगा. इस पर यह प्लान चल रहा है कि इसे दो मंजिला, तीन मंजिला या बेसमेंट के तर्ज पर कैसे बनाया जाए, इसके लिए एक एजेंसी को भी पूरे मार्केट का स्केच तैयार करने के लिए कहा गया है. इस तरह के बाजार में पार्किंग के साथ ही फूड कोर्ट और अन्य तरह की सुविधा भी दी जाएगी.
अपर नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम ने अब तक अपनी प्रॉपर्टी पर ध्यान नहीं दिया. पिछले दिनों नगर निगम में जब प्रॉपर्टी को लेकर काम शुरू किया तो इस तरह का प्लान तैयार किया गया. इसे जल्द मिनी सदन के पटल पर रखकर इस पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कई ऐसी दुकान भी मिली हैं जिन्होंने नियम का उल्लंघन करके दुकानों को रीडेवलप्ड अपने से करवा लिया है. बिना परमिशन कई लोगों ने तो दुकान लेकर उसमें गेस्ट हाउस भी संचालित करने का काम कर लिया था. अब ऐसे लोगों को नोटिस देकर उन पर कार्रवाई करके उनसे दुकान वापस भी ले जाने की तैयारी की जा रही है. कई दुकानों को सील किया गया.
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