कानपुर: शहर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के वह डॉक्टर जिन पर रोजाना हजारों मरीजों को देखने की जिम्मेदारी होती है, दूषित पानी पीने से वही बीमार हो गए हैं. दरअसल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जो पानी की सप्लाई हुई है, वह दूषित पानी डॉक्टर के घरों तक पहुंच गया है. जिससे डॉक्टर और उनके परिजन पेट में इन्फेक्शन और दस्त की शिकायत से बहुत अधिक परेशान हैं. गौर करने वाली बात यह भी है, खुद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर संजय काला और उनकी पत्नी को भी पेट दर्द की शिकायत पिछले कई दिनों से हो रही है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों को हो रही दिक्कत से अब हड़कंप की स्थिति हो गई है.
पानी टंकी की कराई सफाई,प्रशासनिक अफसरों संग किया मंथन: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में दूषित पानी की सप्लाई के मामले को देखते हुए प्राचार्य डॉक्टर संजय काला ने जहां मेडिकल कॉलेज में पानी की टंकियों की सफाई कराई है. वहीं, प्रशासनिक अफसरों के साथ इस गंभीर मामले पर मंथन भी किया है. प्राचार्य ने कहा, कि वह इस मामले की जांच कराएंगे. वहीं अभी तक की जो बात सामने आई है, उसमें स्पष्ट है कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पास हो रही मेट्रो की खुदाई के दौरान पाइपलाइन टूट जाने से जो गन्दा पानी है, वह मेडिकल कॉलेज तक पहुंचा है. हालांकि अब जब जो जांच होगी, उस जांच के बाद ही सही स्थिति सामने आ सकेगी. वहीं जो पानी की सप्लाई हो रही है.उसकी भी सैंपलिंग कर जांच के लिए नमूने जलकल को भेजे जाएंगे.
इसे भी पढ़े-मानसिक रोग पीड़ितों को 21.17 करोड़ रुपये का मरहम, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मिलेंगी ये सुविधाएं
10 से अधिक डॉक्टर बीमार सभी का रोजाना हो रहा इलाज: मेडिकल कॉलेज कैंपस में रहने वाले 10 से अधिक डॉक्टर ऐसे हैं,जो दूषित पानी पीने से बीमार हो गए हैं। डॉक्टरों के साथ ही उनके परिजनों को भी दिक्कतें हुई हैं। हालांकि प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि डॉक्टरों की सेहत में लगातार सुधार हो रहा है। साथ ही उन्हें अब यह कहा गया है की सप्लाई वाले पानी को उबालकर पियें। अगर सप्लाई वाले पानी से दूरी बना सकते हैं तो कुछ दिन के लिए दूरी भी बना लें.।
यह भी पढ़े-हैलट अस्पताल में लागू हो रही है नई व्यवस्था, मरीजों के लिए बनेगी संजीवनी, जानिए कैसे?