अयोध्याः उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी है. प्रदेश के कई जिलों में बुधवार को हुई बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं, रामनगरी अयोध्या में हुई बारिश से एक बार फिर विकास के दावे पोल खुल गई है. अयोध्या में बुधवार सुबह 4 बजे हुई भारी बारिश से कई क्षेत्रों में जल भराव से हो गया. मानसून के पहले की बारिश ने अयोध्या के विकास के दावों की पोल खोल के रख दी है. जिम्मेदारों की लापरवाही से राम भक्तों और स्थानीय लोगों पर भारी पड़ रही है. विकास ने नाम पर झूठी वाहवाही ही लेने वाले अधिकारियों ने अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. हजारों करोड़ों रुपए खर्च कर मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास का स्वप्न देखा था. लेकिन बारिश से हकीकत सामने आ गई.राम मंदिर के पास सबसे बड़ी कॉलोनी जलवानपुरा जलमग्न हो गया. बता दें कि 4 दिन पहले राम मंदिर की छत टपकने से रामलला के गर्भगृह के सामने पानी भर गया था, जिसकी खूब चर्चा हुई थी.
घरों में घुटने तक भरा पानी, दूसरी जगह शिफ्ट हुए लोग
बता दें कि राम जन्मभूमि से 200 मीटर दूरी पर स्थित जलवानपुरा कॉलोनी में 2 दर्जन से अधिक घरों में घुटने तक पानी भर गया. जिससे सोफे, बिस्तर और किचन के सामान पानी में तैरने लगे. इसके बाद लोगों पानी से निकालकर दूसरे स्थान पर शिफ्ट करना पड़ा. पानी में घर का सामने तैरते हुए किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
फर्रुखाबाद में भी झमाझम बारिश से मिली राहत
वहीं, फर्रुखाबाद में झमाझम बरसात हुई है. करीब एक माह से भीषण गर्मी से जूझ रहे जिले के लोगों को बारिश से लोगों को राहत मिली है. करीब 25 मिनट से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से इसांनों के साथ जानवरों ने राहत महसूस की. जनपद वासियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से मौसम सुहाना हुआ है और भीषण गर्मी से राहत मिली है.
कानपुर में प्री-मानसून बारिश से गर्मी हुई छूमंतर, कल पहुंचेगा मानसून
पिछले तीन दिनों हल्की बारिश से कुछ देर के लिए गर्मी तो कम कर रही थी. लेकिन, उसके बाद जो उमस थी, जिससे लोग बेचैन हो जा रहे थे. इसी बीच बुधवार को तेज बारिश हुई, जिसमें शहर के लोग जमकर भीगे. लगभग आधा घंटा तक आसमान में काले बादल छाए रहे और झमाझम अंदाज वाली बारिश होती रही. इस बारिश से लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली, वहीं दोपहर का पारा भी तीन से चार डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया. शहर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) के मौसम वैज्ञानिक डा.एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बुधवार को प्री-मानसून की बारिश हुई है. उन्होंने बताया कि कानपुर से लगभग 200 किलोमीटर ही मानसून दूर है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि गुरुवार से मानसून की गतिविधियां शुरू हो जाएंंगी. डॉ.एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि जब बुधवार को बारिश हुई तो वह शहर में पॉकेट्स के रूप में हुई है.
पॉकेट्स में बरसा पानी: नानकारी निवासी मो. इमरान ने बताया कि उनके यहां केवल बूंदाबांदी रही और आंधी आई. इसी तरह नौबस्ता निवासी मयंक ने कहा कि उनके यहां भी बहुत तेज बारिश नहीं हुई. मगर, काकादेव निवासी व्यापारी शिवेश सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र में जोरदार बारिश रही. कुछ देर की बारिश में पूरी गली लबालब भर गईं.
शहर के इन स्थानों पर हुआ जलभराव: शहर के मोतीझील चौराहा, जेके मंदिर चौराहा, विजय नगर, काकादेव, जूही पुल के आसपास जलभराव हो गया. बारिश के दौरान ही क्षेत्रीय लोगों ने नगर निगम के अफसरों को कॉल करके जलभराव की समस्या बताई.