ETV Bharat / state

मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में फिर विस्तार, मोहन यादव के दिल्ली दौरे से सीनियर विधायकों में बढ़ी बेचैनी - Mohan Yadav Visit Delhi

रामनिवास रावत को कैबिनेट मंत्री बनाने के बाद अब अमरवाड़ा से चुनाव जीते कमलेश शाह को मंत्री बनाने की कवायद चल रही है. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं को मंत्री पद नवाजे जाने से बीजेपी के कई सीनियर नेता नाराज चल रहे हैं. इधर मध्य प्रदेश में एक बार फिर कैबिनेट विस्तार की अटकलें हैं और सीएम मोहन यादव दिल्ली रवाना हो गए हैं.

MOHAN YADAV VISIT DELHI
मोहन यादव का दिल्ली दौरा (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 16, 2024, 8:07 PM IST

भोपाल: सीएम डॉ मोहन यादव मंगलवार की शाम अचानक दिल्ली रवाना हो गए. दिल्ली की अचानक हो रही यात्रा को लेकर कई तरह की अटकलें हैं. कहा जा रहा है कि ये यात्रा कैबिनेट विस्तार के संबंध में है. अभी तक कैबिनेट मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को भी कोई पद नहीं सौंपा गया है. संभवत इस यात्रा में मुख्यमंत्री विभाग के बंटवारे के साथ कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा करें. रावत को मंत्री बनाए जाने के बाद अब भी कैबिनेट में तीन पद खाली हैं.

मोहन यादव के दिल्ली दौरे की वजह

एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव के अचानक दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. क्या ये दौरा संभावित कैबिनेट विस्तार को लेकर है. रामनिवास रावत को अब तक विभाग नहीं सौंपा गया. वहीं अमरवाड़ा सीट से चुनाव जीते कमलेश शाह को भी मंत्री पद के वादे के साथ बीजेपी में लाया गया था. जाहिर है उन भी निर्णय होना है.

वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं कि "सीएम का जो दिल्ली दौरा है उसमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट से उपचुनाव जीते कमलेश शाह के मामले में निर्णय हो सकता है. इसके अलावा मंत्रियों को जिले का प्रभार नहीं दिया गया है. संभव है कि इस पर भी चर्चा हो. दूसरा पिछले दिनों रामनिवास रावत के मंत्री बन जाने के बाद जिस तरह से सीनियर विधायकों की नाराजगी सामने आई है. इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है. बाकी बचे 3 रिक्त पदों को कैसे भरा जाए."

'केन्द्रीय बजट के पहले होती है यात्रा'

बीजेपी के प्रवक्ता डॉ हितेष वाजपेयी का कहना है कि " केन्द्रीय बजट के पहले ऐसी मुलाकात सामान्य बात है. राज्य के मुख्यमंत्री इस तरह की मुलाकात के लिए जाते ही हैं. सामान्य समय मिलने पर मुलाकात के लिए सीएम जा रहे हैं. इसे किसी भी तरह की सनसनी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. बीजेपी मे सारी प्रक्रियाएं सामान्य रुप से चलती हैं."

ये भी पढ़ें:

मंत्री बने रामनिवास रावत की मुश्किलें बढ़ीं, बीजेपी के दो पूर्व विधायकों ने कर दी ये डिमांड

कंफ्यूज मंत्री जी को पता ही नहीं कि कैबिनेट हैं या राज्यमंत्री? राजभवन के अधिकारी हैरान-परेशान

रावत की शपथ के बाद पार्टी में बढ़ा तनाव

असल में रामनिवास रावत की शपथ लेने के बाद पार्टी में लंबे समय से मंत्री पद की बाट जोह रहे सीनियर विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी. विधायक अजय विश्नोई ने तो यहां तक कह दिया था कि वे शर्तों के साथ आए हैं. हम समर्पण वाले हैं तो उसी भाव से काम करते रहेंगे. नाराजगी तो इसे लेकर गोपाल भार्गव ने भी जताई थी.

भोपाल: सीएम डॉ मोहन यादव मंगलवार की शाम अचानक दिल्ली रवाना हो गए. दिल्ली की अचानक हो रही यात्रा को लेकर कई तरह की अटकलें हैं. कहा जा रहा है कि ये यात्रा कैबिनेट विस्तार के संबंध में है. अभी तक कैबिनेट मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को भी कोई पद नहीं सौंपा गया है. संभवत इस यात्रा में मुख्यमंत्री विभाग के बंटवारे के साथ कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा करें. रावत को मंत्री बनाए जाने के बाद अब भी कैबिनेट में तीन पद खाली हैं.

मोहन यादव के दिल्ली दौरे की वजह

एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव के अचानक दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. क्या ये दौरा संभावित कैबिनेट विस्तार को लेकर है. रामनिवास रावत को अब तक विभाग नहीं सौंपा गया. वहीं अमरवाड़ा सीट से चुनाव जीते कमलेश शाह को भी मंत्री पद के वादे के साथ बीजेपी में लाया गया था. जाहिर है उन भी निर्णय होना है.

वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं कि "सीएम का जो दिल्ली दौरा है उसमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट से उपचुनाव जीते कमलेश शाह के मामले में निर्णय हो सकता है. इसके अलावा मंत्रियों को जिले का प्रभार नहीं दिया गया है. संभव है कि इस पर भी चर्चा हो. दूसरा पिछले दिनों रामनिवास रावत के मंत्री बन जाने के बाद जिस तरह से सीनियर विधायकों की नाराजगी सामने आई है. इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है. बाकी बचे 3 रिक्त पदों को कैसे भरा जाए."

'केन्द्रीय बजट के पहले होती है यात्रा'

बीजेपी के प्रवक्ता डॉ हितेष वाजपेयी का कहना है कि " केन्द्रीय बजट के पहले ऐसी मुलाकात सामान्य बात है. राज्य के मुख्यमंत्री इस तरह की मुलाकात के लिए जाते ही हैं. सामान्य समय मिलने पर मुलाकात के लिए सीएम जा रहे हैं. इसे किसी भी तरह की सनसनी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. बीजेपी मे सारी प्रक्रियाएं सामान्य रुप से चलती हैं."

ये भी पढ़ें:

मंत्री बने रामनिवास रावत की मुश्किलें बढ़ीं, बीजेपी के दो पूर्व विधायकों ने कर दी ये डिमांड

कंफ्यूज मंत्री जी को पता ही नहीं कि कैबिनेट हैं या राज्यमंत्री? राजभवन के अधिकारी हैरान-परेशान

रावत की शपथ के बाद पार्टी में बढ़ा तनाव

असल में रामनिवास रावत की शपथ लेने के बाद पार्टी में लंबे समय से मंत्री पद की बाट जोह रहे सीनियर विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी. विधायक अजय विश्नोई ने तो यहां तक कह दिया था कि वे शर्तों के साथ आए हैं. हम समर्पण वाले हैं तो उसी भाव से काम करते रहेंगे. नाराजगी तो इसे लेकर गोपाल भार्गव ने भी जताई थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.