विदिशा: बीजा मंडल मामले से सुर्खियों में आए विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तबादला कर दिया है. इसी के साथ प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने शनिवार की देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है. उन्होंने एक साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा के 47 अधिकारियों का ट्रांसफर किया है. इसमें राज्य के 8 जिलों के कलेक्टर सहित 7 जिलों के पुलिस अधीक्षक भी शामिल है.
विजय मंदिर का ताला ना खुलने पर मामले पकड़ा तूल
नाग पंचमी के मद्देनजर हिंदू संगठनों ने विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को कुछ दिन पहले एक ज्ञापन दिया गया था. इस ज्ञापन के माध्यम से हिंदू सगठनों ने मांग की थी कि विदिशा के विजय मंदिर का ताला खोलकर हिंदुओं को नाग पंचमी के दिन पूजन करने की अनुमति दी जाए. इसके बाद कलेक्टर बुद्धेश कुमार ने इस ज्ञापन को आगे बढ़ाया और एएसआई द्वारा बाद में आई रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने पत्र जारी करते हुए बीजा मंडल को मस्जिद बता दिया और मंदिर का ताला खोलकर पूजा करने की अनुमति नहीं दी थी. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. संगठन ने कहा कि, ''कलेक्टर ने मंदिर को मस्जिद बताया है, यह गलत है. विजय मंदिर स्वयं इस बात की गवाही दे रहा है, कि यह एक मंदिर है. यहां भगवान की अनेकों प्रतिमाएं हैं.''
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रोशन कुमार सिंह को बनाया गया विदिशा का कलेक्टर
मंदिर का ताला नहीं खुलने पर हिंदू संगठनों ने जमकर नारेबाजी की, साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध जताया. वहीं संगठन के सदस्यों ने कलेक्टर और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विदिशा कलेक्टर को हटाने की मुख्यमंत्री से मांग की. इसके बाद शनिवार देर रात विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य का अचानक हुआ तबादला कहीं ना कहीं इस मामले से जोड़कर भी देखा जा रहा है. रोशन कुमार सिंह को विदिशा का कलेक्टर बनाया गया है.
इनका कहना है
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार मनोज पांडे का कहना है कि, ''विदिशा का बीजा मंडल जो एएसआई के अधीन है. हालांकि उसमें हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां रखी हुई हैं. वह प्राचीन सूर्य मंदिर हुआ करता था. नाग पंचमी पर अनेकों वर्षों से यहां हिंदू धर्म से जुड़े लोग पूजा अर्चना करते आए हैं. नाग पंचमी के एक दिन पूर्व ही कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को हिंदू संगठनों ने मंदिर का ताला खोलने को लेकर ज्ञापन सौंपा. प्रकरण को कलेक्टर ने एएसआई के संज्ञान में लाते हुए उनका अभिमत जाना और उसके बाद कलेक्टर द्वारा एक आदेश जारी किया गया. उस पत्र में वीजा मंडल को मस्जिद बताया गया और तभी से विवाद की स्थिति बन गई थी. लोग कलेक्टर की कार्यप्रणाली से नाराज थे. शनिवार को विदिशा कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया जो इस विवाद से लेकर जोड़ा जा रहा है, लेकिन यह भी संज्ञान में रखने की बात है कि मुख्यमंत्री ने एक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की है, जिसमें अन्य जिलों के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के भी स्थानांतरण किए हैं. लेकिन यह सच है कि हिंदूवादी संगठन कलेक्टर की यहां से रवानगी को एक सुखद पहलू के रूप में देख रहे हैं.''