छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव से पहले छिंदवाड़ा जिले में ऑपरेशन लोटस ऐसा चला कि अमरवाड़ा के विधायक कमलेश प्रताप शाह से लेकर कमलनाथ के सबसे करीबी पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना सहित हजारों लोगों ने बीजेपी का दामन थामा. इसके बाद नतीजा भी सामने आया. लोकसभा में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद एक विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में भी कांग्रेस हार गई. अब एक बार फिर बीजेपी ने कांग्रेस व कमलनाथ को झटका देने की तैयारी कर ली है.
कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मीकि की क्या है प्लानिंग
चर्चा है कि छिंदवाड़ा के परासिया विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि हाल ही में परासिया के कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मीकि ने भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की. विधायक ने परासिया को जिला बनाने की मांग की है. साथ ही विकास के कामों को लेकर पत्र सीएम को सौंपा है. बता दें कि जुन्नारदेव के बाद अब परासिया को जिला बनाने की मांग होने लगी है. लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान व्यापारी प्रकोष्ठ के सहसंयोजक जुन्नारदेव के रहने वाले बंटी साहू और कन्हान बचाओ मंच के सदस्यों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को जुन्नारदेव को जिला बनाने के लिए पत्र दिया था. इस पत्र के जवाब में राजस्व विभाग ने छिंदवाड़ा कलेक्टर से जुन्नारदेव को जिला बनाने के लिए प्रतिवेदन मांगा है.
बीजेपी ने अगर परासिया जिला बनाने का वादा किया तो दल परिवर्तन
जुन्नारदेव को जिला बनाने की चर्चाओं के बीच परासिया के पूर्व विधायक और बीजेपी के नेता ताराचंद बावरिया ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर परासिया को जिला बनाने की मांग की. इसके बाद अब परासिया के कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मीकि ने सीएम से मुलाकात की. राजनीतिक कयासबाजी है कि लोकसभा चुनाव के पहले सागर के बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे बीजेपी में इसलिए शामिल हो गई थीं, क्योंकि सरकार ने बीना को जिला बनाने का वादा किया था. अभी भी निर्मला सप्रे इस बात पर अड़ी हुई हैं. इसलिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है. ऐसा ही कमिटमेंट अगर छिंदवाड़ा के परासिया को जिला बनाने के लिए होता है तो शायद कांग्रेस के विधायक सोहन वाल्मीकि बीजेपी के हो सकते हैं.
परासिया को जिला बनाने की मांग तेज
परासिया विधायक सोहन वाल्मीकि से जब इस मामले में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा "वे परासिया के विधायक हैं और एक जनप्रतिनिधि के नाते प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिले थे क्योंकि जुन्नारदेव को जिला बनाने की बात चल रही है जबकि परासिया जिला बनने की सभी खूबियां रखता है. इसलिए उन्होंने जुन्नारदेव की अपेक्षा परासिया को जिला बनाने के लिए सीएम से मांग की है. इसके साथ ही परासिया विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्यों की जरूरत है. इसके लिए भी उनकी बात हुई है."