भोपाल: मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही योगी पार्ट-2 का एक्शन दिखा दिया था. उन्होंने शपथ लेते ही खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया और लाउडस्पीकर पर बैन का फैसला लिया. इन 8 महीनों में लिए गए फैसलों को देखा जाए, तो हिंदुत्व के ट्रैक पर आगे बढ़ते दिखाई देते हैं. जन्माष्टमी को सरकारी तौर पर मनाए जाने से लेकर हाल में अशोक नगर में दिए गए उनके बयान से मालूम होता है कि मोहन यादव रफ्तार से हिंदुत्व के ट्रैक पर आगे बढ़ रहे हैं. अशोक नगर में सीएम डॉ. मोहन यादव का दिया ये बड़ा बयान कि भारत देश में रहना है, तो राम और कृष्ण की जय कहना होगा. ये बयान तस्दीक है कि मध्य प्रदेश में सत्ता के 2 दशक पूरे कर रही बीजेपी सरकार में अब मोहन यादव के साथ राजनीति का नया अध्याय शुरू हो गया है.
संघ के एजेंडे पर पर बढ़ती मोहन सरकार
सीएम डॉ. मोहन यादव ने एमपी में सत्ता संभालने के साथ ही अपने एक्शन से बता दिया था कि उनकी राजनीति का अंदाज क्या रहने वाला है. आरएसएस की शाखा से निकले स्वयंसेवक बनने के बाद राजनीति की राह पकड़ने वाले यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला फैसला लाउडस्पीकर पर पाबंदी का लिया. उसके बाद खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगा दी थी. ये फैसले जो बताते हैं कि मोहन यादव संघ के एजेंडे पर आगे बढ़ रहे हैं.
8 महीने में लिए ये 10 बड़े फैसले
- एमपी में मोहन सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध के साथ खुले में मांस की बिक्री पर भी पाबंदी लगाई गई.
- एमपी में सरकारी रूप से 19 दिन तक चला श्रावण उत्सव. मुख्यमंत्री निवास के साथ प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में मुख्यमंत्री ने लाडली बहनों से राखी बंधवाई.
- एमपी में जन्माष्टमी पर सरकारी स्कूलों की छुट्टी रद्द की गई और कहा गया कि स्कूलों में इस दिन श्री कृष्ण की जीवन से मिलने वाली शिक्षा के साथ मित्रता का पाठ पढ़ाया जाए.
- पहली बार प्रदेश में श्री कृष्ण का जन्मोत्सव सरकारी तौर पर मनाया गया. श्री कृष्ण पर्व के तौर पर प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में संस्कृति विभाग के सौजन्य से आयोजन हुए.
- मोहन सरकार ने फैसला लिया कि हर ब्लॉक में एक बरसाना बनाया जाए और तहसील में गीता भवन खोले जाएं.
- एमपी में श्री कृष्ण से जुड़े स्थानों सांदीपनि आश्रम अमझेरा और जानापाव को एक नए धार्मिक सर्किट की तरह विकसित किया जाएगा.
- सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एमपी में भगवान राम और कृष्ण से जुड़े जो स्थान हैं, उन्हें तीर्थ स्थलों की तरह विकसित किया जाएगा.
- राम के बाद अब मोहन यादव की सरकार में श्री कृष्ण पथ की तैयारी. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के 7 मंदिरों को जोड़े जाने का एक्शन प्लान.
- संघ के विचारकों और प्रमुख पदाधिकारियों की किताबें मध्य प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ाई जाएगी.
- मध्य प्रदेश के मदरसों में गैर मुस्लिम बच्चों की धार्मिक शिक्षा देने पर एक्शन की तैयारी. मान्यता रद्द होगी.
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मोहन यादव की सियासत स्पष्ट है
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भटनागर कहते हैं "जब डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री के तौर पर जवाबदारी संभाल रहे थे , तब भी और अब जब वे प्रदेश के सीएम हैं उनकी विचारधारा और काम करने के अंदाज में कोई फर्क नहीं. वे संघ के स्वयंसेवक हैं. जाहिर है कि उसी दिशा में बढ़ेंगे और उनकी सरकार के फैसलों में वो दिखाई देगा. लेकिन उनकी सरकार जो निर्णय ले रही है वो राष्ट्रीयता से ओत प्रोत निर्णय हैं."