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स्कूली बच्चों के जरिए एमपी सरकार रोकेगी सड़क हादसे, मोहन यादव ने तैयार किया धांसू प्लान - MP STUDENT TEACH TRAFFIC RULES

मध्यप्रदेश के स्कूलों में बच्चों को ट्रैफिक रूल के बारे में पढ़ाया जाएगा. स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप ने जानकारी दी.

MP STUDENT TEACH TRAFFIC RULES
एमपी के स्कूल में बच्चे पढ़ेंगे यातायात नियम (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 10, 2024, 7:45 PM IST

भोपाल: देश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों में मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है. यहां प्रति घंटे 2 से 3 लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. इसका एक बड़ा कारण खराब सड़कों के साथ लोगों को ट्रैफिक का ज्ञान नहीं होना है. इसीलिए अब स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने का निर्णय लिया है. सड़क यातायात के नियमों को अब स्कूली सिलेबस में शामिल किया जाएगा. जिससे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

नई शिक्षा पद्धति में करेंगे शामिल

मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा, "बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जो बच्चों को उनके बचपन से बताई जाएं, तो बगैर किसी प्रयास और बिना दबाव के वो सीख जाते हैं. जैसे संस्कृति का ज्ञान है, ये बच्चों को स्वमेव मिलता है. यह परिवार और शिक्षा पद्धति के कारण संभव हो पाया है. इसीलिए छात्र भविष्य में अपनी संस्कृतियों से जुड़े रहते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को अब स्कूल में ही सड़क यातायात के नियम और उनका पालन कैसे करना है, ये बताना जरूरी हो गया है.

यदि हम इसे शैक्षिक व्यवस्था में शामिल करते हैं, तो बच्चे ये आसानी से एडाप्ट करेंगे और अपने जीवन में उतारेंगे. मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि बड़े होकर सिखाने से बेहतर है कि हम उन्हें छोटे-छोटे पाठ्यक्रमों के माध्यम से ट्रैफिक नियमों का ज्ञान कराएं. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के साथ अन्य जीवनोपयोगी चीजों को भी नई शिक्षा पद्धति में शामिल किया जाएगा."

स्कूल शिक्षा विभाग की मदद करेगा पुलिस विभाग

स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया, "मध्य प्रदेश के स्कूलों में 5वीं से 12वीं कक्षा तक के 90 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं. जिनको स्कूल में ट्रैफिक नियमों की शिक्षा दी जाएगी. भविष्य में इसे पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाएगा. इस योजना में स्कूल शिक्षा विभाग को सहयोग पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान करेगा. इस योजना का उद्देश्य बच्चों को शुरू से ही सड़क यातायात के नियमों की शिक्षा देना है. इसकी अनुमति स्कूल शिक्षा विभाग से मिल गई है. जल्द ही स्कूलों में ट्रैफिक से संबंधित शिक्षा देना शुरू करेंगे.

सड़क हादसों में मरने वालों की बढ़ रही संख्या

देश भर में सड़क हादसों में मरने वालों का आकड़ा चौंकाने वाला है. सड़क परिवहन और राज्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में देश में कुल 461312 सड़क हादसे हुए थे. जिनमें कुल 168491 लोगों की मौत हुई थी और 443366 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं साल 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिला है. साल 2023 में देश में कुल 1 लाख 73 हजार लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई थी.

इन हादसों को रोकने के लिए सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं. इस क्रम में मध्य प्रदेश की सरकार ने स्कूलों में बच्चों को ट्रैफिक रूल के बारे में जानकारी देने के लिए नई पहल की शुरुआत करने वाली है. अगले सत्र से स्कूलों के सिलेबल में ट्रैफिक रूल से संबंधित पाठ्यक्रम जोड़ा जाएगा.

भोपाल: देश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों में मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है. यहां प्रति घंटे 2 से 3 लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. इसका एक बड़ा कारण खराब सड़कों के साथ लोगों को ट्रैफिक का ज्ञान नहीं होना है. इसीलिए अब स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने का निर्णय लिया है. सड़क यातायात के नियमों को अब स्कूली सिलेबस में शामिल किया जाएगा. जिससे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

नई शिक्षा पद्धति में करेंगे शामिल

मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा, "बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जो बच्चों को उनके बचपन से बताई जाएं, तो बगैर किसी प्रयास और बिना दबाव के वो सीख जाते हैं. जैसे संस्कृति का ज्ञान है, ये बच्चों को स्वमेव मिलता है. यह परिवार और शिक्षा पद्धति के कारण संभव हो पाया है. इसीलिए छात्र भविष्य में अपनी संस्कृतियों से जुड़े रहते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को अब स्कूल में ही सड़क यातायात के नियम और उनका पालन कैसे करना है, ये बताना जरूरी हो गया है.

यदि हम इसे शैक्षिक व्यवस्था में शामिल करते हैं, तो बच्चे ये आसानी से एडाप्ट करेंगे और अपने जीवन में उतारेंगे. मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि बड़े होकर सिखाने से बेहतर है कि हम उन्हें छोटे-छोटे पाठ्यक्रमों के माध्यम से ट्रैफिक नियमों का ज्ञान कराएं. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के साथ अन्य जीवनोपयोगी चीजों को भी नई शिक्षा पद्धति में शामिल किया जाएगा."

स्कूल शिक्षा विभाग की मदद करेगा पुलिस विभाग

स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया, "मध्य प्रदेश के स्कूलों में 5वीं से 12वीं कक्षा तक के 90 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं. जिनको स्कूल में ट्रैफिक नियमों की शिक्षा दी जाएगी. भविष्य में इसे पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाएगा. इस योजना में स्कूल शिक्षा विभाग को सहयोग पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान करेगा. इस योजना का उद्देश्य बच्चों को शुरू से ही सड़क यातायात के नियमों की शिक्षा देना है. इसकी अनुमति स्कूल शिक्षा विभाग से मिल गई है. जल्द ही स्कूलों में ट्रैफिक से संबंधित शिक्षा देना शुरू करेंगे.

सड़क हादसों में मरने वालों की बढ़ रही संख्या

देश भर में सड़क हादसों में मरने वालों का आकड़ा चौंकाने वाला है. सड़क परिवहन और राज्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में देश में कुल 461312 सड़क हादसे हुए थे. जिनमें कुल 168491 लोगों की मौत हुई थी और 443366 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं साल 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिला है. साल 2023 में देश में कुल 1 लाख 73 हजार लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई थी.

इन हादसों को रोकने के लिए सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं. इस क्रम में मध्य प्रदेश की सरकार ने स्कूलों में बच्चों को ट्रैफिक रूल के बारे में जानकारी देने के लिए नई पहल की शुरुआत करने वाली है. अगले सत्र से स्कूलों के सिलेबल में ट्रैफिक रूल से संबंधित पाठ्यक्रम जोड़ा जाएगा.

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