भोपाल: एमपी में मोहन यादव सरकार अगले पांच साल में भारत की अर्थव्यवस्था में मध्य प्रदेश की हिस्सेदारी 4 प्रतिशत से 5 प्रतिशत किए जाने की तैयारी कर रही है. सीएम मोहन यादव ने कहा है कि 'मध्य प्रदेश में सरकार इस प्लान पर तत्परता से काम कर रही है.' क्या है सीएम डॉ मोहन यादव का प्लान और किस एक्शल प्लान से एमपी की इकॉनोमी में बूम आएगा, पढ़िए ये खबर.
एमपी में इकॉनोमी बूम के लिए मोहन यादव का प्लान
मोहन सरकार के किस एक्शन प्लान के तहत एमपी की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. अर्थशास्त्र के जानकार शशिकांत त्रिवेदी का कहना है कि 'एमपी में निवेश की सभावनाएं बढ़ाने के प्रयास सीएम मोहन यादव लगातार कर रहे हैं. अगर एमपी में निवेश को सरकार कन्वर्ट कर पाती है, तो इकॉनोमी बढ़ना तय है. इस निवेश से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. खास बात ये है कि छोटे औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के लिए मोहन यादव ने जो प्लान तैयार किया है. ये भी कारगर है. दूसरा नई सरकार धार्मिक पर्यटन पर भी लगातार जोर दे रही है. प्रयास ये हो रहे हैं कि प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को किस तरह से बढ़ावा मिले.
एमपी के जीडीपी में 6 फीसदी का इजाफा
बीते विधानसभा के मानसून सत्र में जो आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की गई है, उसमें वित्तीय वर्ष 2023-24 में एमपी की जीडीपी 13,63,327 करोड़ रुपए तक आ गई है. पिछले फाइनेंशियल ईयर के मुताबिक जीडीपी 12,46,471 करोड़ के मुकाबले ये जीडीपी 9 फीसदी से भी ज्यादा है. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि 'एमपी में जो 6 फीसदी जीडीपी की वृद्धि हुई है, वो ये बताती है कि एमपी लगातार इकोनॉमी ग्रोथ कर रहा है. उन्होंने कहा कि सीएम डॉ मोहन यादव की अगुवाई में एमपी पीएम मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरेगा और एक दिन भारत की जो 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी बनाने में अपनी भागीदारी दर्ज करेगा.'