भोपाल: मध्य प्रदेश की मोहन सरकार विकसित गांव का मॉडल तैयार करने के लिए एक नवाचार करने जा रही है. इसके लिए प्रदेश की 313 ब्लॉक के एक गांव का चयन कर सरकार 313 वृंदावन ग्राम का गठन करेगी. इस गांव को खेती के लिहाज से समृद्ध और विकसित बनाने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जाएंगे. इस गांव को सोलर ग्राम के रूप में भी विकसित किया जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी दे दी गई. कैबिनेट की बैठक में नर्मदापुरम में रिन्युअल एनर्जी इक्युपमेंट पार्क और मुरैना के सीतापुर में फुटवेयर डेवपलमेंट पार्क की स्थापना किए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई.
क्या खासियत होगी वृंदावन ग्राम की खासियत
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बताया कि 'प्रदेश के हर ब्लॉक के एक गांव को चयनित कर वृंदावन ग्राम बनाया जाएगा. इस गांव की खासियत यह होगी कि इसमें गांव का हर घर सोलर से रोशन होगा. इसमें दुग्ध उत्पादन से किसानों की आय बढ़ाने के लिए दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए गौ पालन को बढ़ावा और प्रोत्साहन दिया जाएगा. इसमें गोबर आधारित गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा. गांव में गौशाला की स्थापना कराई जाएगी. गांव में उद्यानिकी के अलावा लघु वनोपन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा. श्रीअन्न के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
इस तरह से होगा गांव का चयन
वृंदावन ग्राम बनाने के लिए जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित होगी. यह कमेटी ब्लॉक में एक गांव का चयन करेगी. सरकार का उद्देश्य है कि इसके जरिए गांवों में किसानों की आय को दोगुना किया जाए. इस गांव में दुग्ध उत्पादन से आय दो गुनी की जाएगी.
प्रदेश में दो औद्योगिक पार्क को मंजूरी
ग्वालियर में हुई इंडस्ट्रियल समिट में मिले बेहतर परिणाम और निवेश की संभावनाओं को देखते हुए नर्मदापुरम जिले के मोहासा बाबई में रिन्युअल एनर्जी इक्युपमेंट पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया. कैबिनेट की बैठक में इसको मंजूरी दे दी गई. इसे 227 एकड भूमि पर विकसित किया जाएगा. इसके लिए 93.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस पार्क में करीबन 10 हजार करोड़ के निवेश की उम्मीद है. इसके अलावा मुरैना के सीतापुर इंडस्ट्रियल एरिया में फुटवेयर एंड एसेसरीज डेवलपमेंट पार्क की स्थापना की जाएगी. इसमें 161.7 एकड़ भूमि विकसित की जाएगी. इसमें 111 करोड़ की राशि खर्च होगी. इसमें गारमेंट, एसेससरीज आदि से जुड़ी कंपनियां निवेश करेंगी. करीबन 2300 करोड़ का निवेश होगा. 1 से 3 एकड़ तक के प्लॉट होंगे.
कैबिनेट में यह निर्णय भी लिए गए
लोकमाता अहिल्या देवी के 300वें जन्मोत्सव वर्ष पर कई तरह के सांस्कृतिक और जनकल्याण के काम किए जाएंगे. इसके लिए 14 सदस्यीय समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया. यह समिति साल भर चलने वाले कामों की रूपरेखा तैयार करेगी. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट की आगामी बैठक खरगोन जिले के महेश्वर में रखी जाएगी.
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प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में गीता भवन की स्थापना की जाएगी. यह वैचारिक अध्ययन केन्द्र भी होगा. इसमें पाठ्य सामग्री होगी. भारतीय संस्कृति से जुड़ी किताबों का संग्रह होगा. साथ ही स्टूडेंट्स की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा. प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए जावद-नीमच ताप युक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना के लिए 4 हजार 197 करोड़ राशि की प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गई.