नई दिल्ली: दिल्ली में मोहल्ला बस का ट्रायल शुरू हो गया है. मंगलवार को दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत इंद्रप्रस्थ डिपो से दिल्ली विधानसभा तक इसी मोहल्ला बस में सफर करते हुए पहुंचे. उन्होंने कहा कि मोहल्ला बस इसी तरह की होगी. इसका ट्रायल सफल रहा तो अगले महीने यानि अप्रैल से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में 25 बसें सड़कों पर चलने लगेंगी.
घर से पांच सौ मीटर की दूरी पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराने की योजना के तहत यह मोहल्ला बसें चलेंगी. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में कुछ मोहल्ला बसें दिल्ली में चलनी शुरू हो जाएंगी. इनका रूट छोटा होगा. दिल्ली सरकार दिल्ली की हर कॉलोनी से भले ही वह अवैध कॉलोनी ही क्यों न हो हर मोहल्ले से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने की दिशा में काम कर रही है.
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि दो साल पूर्व रूटों का सर्वे कराया गया था. इस दौरान पाया गया था कि संगम विहार, उत्तम नगर के आसपास की कालोनियां, बुराड़ी के आसपास की अवैध कॉलोनियां और कलस्टर समेत अन्य कई इलाकों में बड़ी संख्या में पब्लिक रहती है, लेकिन इन कॉलोनियों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कोई व्यवस्था नहीं है.
ऐसे में लोगों को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है. क्योंकि बड़ी बसें अंदर तक नहीं जा पाती हैं, दरअसल उन्हें मुड़ने के लिए बड़ी जगह आवश्यकता होती है. इस समस्या को देखते हुए हमने दावा किया था कि हम 500 मीटर के दायरे में एक न एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराएंगे. भले ही वह ऑटो, बस या मेट्रो हो. क्योंकि इंटरनेशनल मानक के अनुसार 500 मीटर चलने में कोई दिक्कत नहीं आती है. इन इलाकों में सबसे पहले मोहल्ला बसों को चलाया जाएगा.
दिल्ली में लास्ट माइल कनेक्टिविटी एक बड़ा मुद्दा है. सैकड़ों की तादाद में डीटीसी की बस स्टॉप और हजारों की संख्या में मेट्रो स्टेशन पर आने-जाने के लिए लोगों को आज भी अपने निजी वाहन का इस्तेमाल करना पड़ता है. दिल्ली देहात और अवैध कॉलोनी में सड़कें इतनी तंग है कि बड़ी बसें नहीं आ-जा सकती. इसलिए डीटीसी की बसों का रूट निर्धारित नहीं किया गया है.