दुर्ग: जिले में नैफिस एप के जरिए आरोपियों पर नकेल कसी जा रही है. दुर्ग पुलिस ने चोरी के मामले में एक आरोपी को नैफिस एप की मदद से गिरफ्तार किया है. संदेह के आधार पर नैफिस एप पर फिंगर प्रिंट सर्च किया गया. इसके बाद संदेही से पूछताछ करने पर चोरी का खुलासा हुआ. फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.
नैफिस एप के जरिए हुई गिरफ्तारी: कालीबाड़ी इलाके में घर में काम करने गए मिस्त्री रामनारायण की साइकिल बाहर थी. साइकिल के हैंडल में झोला लटका था, जिसमें उसका मोबाइल रखा था. जब काम करके रामनारायण बाहर आया तो मोबाइल गायब था. पुलिस ने संदेही को पकड़ा तो उसने ना केवल घटना से इंकार किया बल्कि खुद को ऐसी किसी हरकत से दूर रहने वाला बता दिया. पुलिस ने इस पर उसके फिंगर प्रिंट को नैफिस एप पर चेक किया तो पता चला कि संदेही के खिलाफ पहले से तीन अपराध दर्ज हैं. सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया. आरोपी का नाम बथूला मलैया है.पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
संदेही से पहले पूछताछ करने पर उसने खुद को निर्दोष बताया. इसके बाद नैफिस एप के जरिए जब उसकी हिस्ट्री चेक की गई तो पहले से तीन मामले उसके खिलाफ दर्ज थे. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया. आरोपी बथूला मलैया को गिरफ्तार कर लिया गया है.- चिराग जैन, सीएसपी, दुर्ग शहर
जानिए क्या है नैफिस एप: नेशनल ऑटोमेटेड फिंगर प्रिंस आईडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS ) एप देश की पुलिस के लिए बना एक एप है. इस एप में पूरे भारत की पुलिस की सक्रियता रहती है. यह एप आरोपियों के फिगरप्रिंट स्टोर करता है. इस एप का उद्देश्य यह है कि यदि जरूरत पड़े तो पुलिस फिंगर प्रिंट के जरिए अपराधियों का हिस्ट्री जान सकती है. इस एप से पुलिस को कई मामलों में मदद मिली है.