जींद: मनरेगा और मेट मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर नरवाना की कपास मंडी में अधिकार रैली आयोजित की. इस रैली में महम के विधायक बलराज कुंडू और किसान नेता गुरनाम चढूनी समेत पंजाब के किसान नेताओं ने भी हिस्सा लिया और मजदूरों को अपना समर्थन दिया.
मेट मजदूर कपास मंडी में जनसभा करने के बाद लामबंद होकर शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय में एसडीएम अनिल कुमार दुहन को ज्ञापन देने पहुंचे. एसडीएम के कार्यालय में ना मिलने पर सभी मजूदरों ने नेशनल हाइवे जीन्द पटियाला मार्ग जाम कर दिया. जाम की सूचना मिलते ही डीएसपी अमित भाटिया पुलिस व तहसीलदार निखिल सिंगला ने मौके पर पहुंच कर ज्ञापन लेकर जाम खुलवाया.
मनरेगा मेट मजदूर समिति के राज्य प्रधान समुंदर दनोदा ने कहा कि मेट को पक्का करके सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. इसके साथ ही मनरेगा मजदूरों की मजदूरी 357 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये की जाए. सरकार मजदूरों की जिंदगी को पशुओं से भी कम समझती है. मजदूरों की दुर्घटना बीमा 25 हजार रुपये से बढ़ाकर पच्चीस लाख के साथ परिवार में एक सरकारी नौकरी भी दे.
मजदूरों ने आरोप लगाया कि सरकार एसडीएम को ज्ञापन सौंप दिया गया है. सरकार मजूदरों और गरीबों की सुनती नहीं है क्योंकि इनकी ईवीएम मशीन जिंदा है. मजदूरों ने आरोप लगाया कि बीजेपी ईटीवी के भरोसे चुनाव जीतती है इसलिए वो आम जनता की परवाह नहीं करती. फिलहाल मनरेगा मजदूर अब बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
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