धौलपुर: भरतपुर सेवर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे विधायक शोभारानी कुशवाहा के पति बीएल कुशवाहा 8 साल बाद छूट गए हैं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मार्च 2024 में उनकी जमानत अर्जी को स्वीकार किया था. लेकिन चिटफंड के कुछ मामले विचाराधीन होने की वजह से जेल से छूट कर नहीं आ सके थे. शोभारानी कुशवाहा के निजी सचिव एवं पूर्व विधायक बीएल कुशवाहा के छोटे भाई उपेंद्र कुशवाहा ने बताया के बीएल कुशवाहा आज शुक्रवार को भरतपुर सेवर जेल से रिहा हो गए. शोभा रानी ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर लिखा कि बीएल कुशवाहा को मथुरा गेट थाने में चल रहे विचाराधीन मामले में न्यायालय ने दोष मुक्त कर दिया है.
वर्ष 2012 में हुए नरेश कुशवाहा हत्याकांड के मामले में हत्या षड्यंत्र का आरोपी मानते हुए वर्ष 2016 में पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाहा को धौलपुर एडीजे कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. बीएल कुशवाह भरतपुर की सेवर जेल में सजा काट रहे थे. आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाहा को मार्च 2024 में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व विधायक जमानत दे दी थी.
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पूर्व विधायक पर दूसरे प्रदेशों में दर्ज चिटफंड के मामलों के बाद उन्होंने जमानत नहीं ली थी. पूर्व विधायक पर दर्ज सभी मामलों की कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद शुक्रवार को उन्हें सेवर जेल से रिहा कर दिया गया. पूर्व विधायक के जेल से रिहा होने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक भरतपुर की सेवर जेल पहुंच गए. जेल से रिहा होने के बाद धौलपुर पहुंचने पर पूर्व विधायक का उनके समर्थकों ने स्वागत किया.
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उल्लेखनीय है कि बीएल कुशवाहा ने वर्ष 2013 में राजनीति में कदम रखा था. वर्ष 2013 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के सिंबल से धौलपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चुने गए थे. लेकिन नरेश हत्याकांड मामले में बीएल कुशवाहा को वर्ष 2016 में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी. इसके बाद बीएल कुशवाहा की पत्नी शोभारानी कुशवाहा ने राजनीति का मोर्चा संभाल लिया. वर्ष 2017 में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से शोभारानी कुशवाहा विधायक चुनी गई. वर्ष 2019 एवं 2023 के बीच चुनाव में वे विधायक चुनी गई.