जयपुरः पूर्व कैबिनेट मंत्री और बायतु विधायक हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के नाम पत्र लिखा है. इस पत्र में चौधरी ने विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए विशेष चर्चा कराने की मांग की है. चौधरी का कहना है कि प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी और ड्रग्स माफियाओं के विरुद्ध आवश्यक कानून और नियम बनाने की जरूरत है.
चौधरी का कहना है कि स्पीकर और सीएम के नाम पत्र लिखने का मकसद यह है कि प्रदेश को नशामुक्त कर, आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखा जाए. इस विषय पर बिना किसी राजनीतिक सोच के हम सभी को आगे आकर इस दिशा में एक मुहिम चलानी होगी.
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सरकार पर भी लगाया आरोपः विधायक चौधरी ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार की संवेदनहीनता, चरमराई कानून व्यवस्था और कार्य प्रणाली नशावृत्ति रोकने पर सवाल खड़े करता है. प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए पक्ष और विपक्ष को मिलकर सामूहिक रूप से अपना योगदान देना चाहिए. हरीश चौधरी ने पत्र के माध्यम से आग्रह किया कि विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में इस समस्या पर एक विशेष चर्चा हो, ताकि प्रदेश में बढ़ती इस नशाखोरी की रोकथाम पर आवश्यक कानून, नियम बने, जिससे प्रदेश नशा मुक्त हो सकें, साथ ही आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखा जा सके.
गांव ढाणी तक नशा पसार रहा है पैरः विधायक हरीश चौधरी का कहना है कि वर्तमान समय में प्रदेश में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति से सूबे में नशावृत्ति हर गांव-ढाणी में अपने पैर पसार रहा है, जो हमारे प्रदेश के लिए चिंता का विषय है. ड्रग्स और नशे की प्रवृत्ति युवाओं में विशेषकर विद्यार्थी वर्ग को अपने चपेट में ले रही है. जिससे उनका जीवन तबाह हो रहा है. उन्होंने कहा कि नशा को रोकने की जिम्मेदारी हम सब की है. चौधरी ने बताया कि प्रदेश के सुदूर गांव-ढाणियों में जहां शिक्षा का उजियारा होना चाहिए, वहां आज नशाखोरी का अंधेरा छाया हुआ है. उन्होंने कहा कि नशावृत्ति की वजह से कई युवाओं की असमय जान गई है और कई परिवार बर्बाद हो गए. इसका ध्यान सरकार को होने के बावजूद इस पर मौन रहना इन ड्रग्स माफियाओं के हौसले को लगातार बुलंद करने का काम कर रहा है.