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हरीश चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के निर्णय पर उठाए सवाल, MBM यूनिवर्सिटी को बंद करने की मांग - Question on MBS University

Rajasthan Vidhansabha Proceeding, विधानसभा शुक्रवार को बायतू से कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के नाम रही. उन्होंने पिछले कार्यकाल में अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जोधपुर में एमबीएम कॉलेज को विश्वविद्यालय में बदलने का गहलोत सरकार का निर्णय ठीक नहीं था. आज वहां कक्षाओं में सन्नाटा पसरा हुआ है.

MBM University jodhpur
कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी और पूर्व सीएम गहलोत (photo etv bharat jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 12, 2024, 3:19 PM IST

Updated : Jul 12, 2024, 3:32 PM IST

किसने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jodhpur)

जोधपुर.राज्य विधानसभा में शून्यकाल में शुक्रवार को बायतू विधायक हरीश चौधरी ने पिछली सरकार के मुखिया अशोक गहलोत के बड़े निर्णय पर सवाल उठाया. चौधरी ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से अलग कर बनाए गए एमबीएम विश्वविद्यालय की उपयोगिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह निर्णय न्यायोचित नहीं था. चौधरी ने कहा कि जब एमबीएम विश्वविद्यालय बनाया गया तो कई कुतर्क दिए गए, जैसे- इसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, एल्यूमनाई एसोसिएशन वित्तीय सहायता देगी, लेकिन आज दोनों विश्वविद्यालय अंतिम सांसें ले रही है. वहां की कक्षाओं का सन्नाटा हमारे युवाओं के भविष्य का सन्नाटा हैं. वहां के प्रोफेसर अपनी पेंशन के लिए फुटपाथ पर है.

चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय का मूल कार्य शोध होता है, लेकिन आज दोनों विश्वविद्यालयों में शोध कार्य नहीं हो रहे हैं. शैक्षणिक कार्य भी नहीं हो रहे हैं. सिर्फ परीक्षाओं के नाम पर ही यह संस्थान चल रहे हैं. चौधरी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि एमबीएम विश्वविद्यालय को विलोपित करने के लिए प्रस्ताव लेकर आएं. उल्लेखनीय है कि तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने ही जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से एमबीएम कॉलेज को अलग कर विश्वविद्यालय का दर्जा दिया था. तब किसी ने इस पर आपति नहीं जताई थी.

पढ़ें : बूंदी विधायक ने सदन में कहा- 7 से 50 हजार में हो रही बच्चों की खरीद फरोख्त

अवैध खनन पर जूली ने घेरा : भाजपा के निवाई विधायक रामसहाय वर्मा ने टोंक में अवैध बजरी खनन के चलते उपजी स्थितियों पर अपनी बात रखी. विधायक ने कहा कि बजरी मा​फिया द्वारा गश्त के दौरान हैंड कांस्टेबल की कुचल कर हत्या कर दी गई. वर्मा ने कहा कि विभागीय अधिकारी, नगर परिषद के सभापति और अधिकारियों की मिलीभगत से शहर में से ट्रक गुजर रहे हैं. उनियारा में तो बजरी माफियाओं ने वनकर्मी को पीटा गया हैं. वर्मा ने सरकार से इस पर कार्रवाई की मांग की. इस पर प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार मान रही है ना बजरी माफिया अवैध खनन कर रहा है. कांस्टेबल को कुचल कर मारा जा रहा हैं. आपके विधायक यह मामले उठा रहे हैं आपको मानना पड़ेगा. इस पर कुछ देर हंगामा भी हुआ.

दलित के साथ बलात्कार व हत्या के मामले भी उठे : टोडा भीम विधायक घनश्याम ने दलित डिंपल मीणा के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसे जलाने का मामला उठाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया. विधायक ने कहा कि पीड़िता का शरीर से पूरा जला हुआ था. पुलिस ने तीन अलग अलग जानकारियां जारी की, पहले बताया कि तेजाब से जलाया, बाद में बताया कि पेट्रोल से जलाया और तीसरी बार में बताया कि जहर से मृत्यु हुई हैं. विधायक ने कहा कि सरकार को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों है? क्यों नहीं कार्रवाई हो रही. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने टोकते हुए आदिवासियेां को लेकर कही गई बात अंकित नहीं करने का कहा. इसी तरह से भोपालगढ विधायक गीता बरवड ने कहा बिलाडा तहसील के एक गांव में दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हुई, लेकिन उसके आरोपी अभी तक नहीं पकडे गए हैं.

यह भी पढ़ें: मुख्य सचेतक बोले- एक समुदाय की जनसंख्या बढ़ने पर बढ़ता है अलगाववाद, जल्द लाएंगे दो बच्चों का कानून

कंट्रोल में आप भी नहीं हो : शून्यकाल में बार-बार विपक्ष और सत्ता पक्ष के लोगों के खड़े होने से व्यवधान हुआ. इस दौरान सत्ता पक्ष के मंत्री भी खड़े हुए. इस पर विपक्ष से आवाज आई कि आप कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आप भी कंट्रोल में नहीं हो कहने के बाद भी बार-बार खड़े हो रहे हैं. सूरतगढ़ के विधायक डूंगरराम गेदर में भूमाफियाओं द्वारा खातेदारी का फायदा उठाने का मामला उठाया. इस पर राजस्वमंत्री हेमंत मीणा ने जवाब भी दिया. इसके बाद कार्रवाई दो बजे तक स्थगित कर दी गई.

किरोड़ी मीणा के लिए विपक्ष यहा बोला : विधानसभा अध्यक्ष ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की ओर से अपरिहार्य कारणों के चलते सदन से अनुपस्थित रहने के प्रार्थना पत्र का जिक्र किया गया. अध्यक्ष ने इसके लिए बताया कि मीणा ने अपरिहार्य कारणों के चलते अनुपस्थि​त रहने की अनुपति मांगी है. इस पर सदन ही सहमति के लिए पुकारा तो सत्ता पक्ष ने अनुपस्थिति के लिए हां में सहमति दे दी, लेकिन विपक्ष ने सहमति नहीं देकर ना कहा.

किसने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jodhpur)

जोधपुर.राज्य विधानसभा में शून्यकाल में शुक्रवार को बायतू विधायक हरीश चौधरी ने पिछली सरकार के मुखिया अशोक गहलोत के बड़े निर्णय पर सवाल उठाया. चौधरी ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से अलग कर बनाए गए एमबीएम विश्वविद्यालय की उपयोगिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह निर्णय न्यायोचित नहीं था. चौधरी ने कहा कि जब एमबीएम विश्वविद्यालय बनाया गया तो कई कुतर्क दिए गए, जैसे- इसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, एल्यूमनाई एसोसिएशन वित्तीय सहायता देगी, लेकिन आज दोनों विश्वविद्यालय अंतिम सांसें ले रही है. वहां की कक्षाओं का सन्नाटा हमारे युवाओं के भविष्य का सन्नाटा हैं. वहां के प्रोफेसर अपनी पेंशन के लिए फुटपाथ पर है.

चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय का मूल कार्य शोध होता है, लेकिन आज दोनों विश्वविद्यालयों में शोध कार्य नहीं हो रहे हैं. शैक्षणिक कार्य भी नहीं हो रहे हैं. सिर्फ परीक्षाओं के नाम पर ही यह संस्थान चल रहे हैं. चौधरी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि एमबीएम विश्वविद्यालय को विलोपित करने के लिए प्रस्ताव लेकर आएं. उल्लेखनीय है कि तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने ही जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से एमबीएम कॉलेज को अलग कर विश्वविद्यालय का दर्जा दिया था. तब किसी ने इस पर आपति नहीं जताई थी.

पढ़ें : बूंदी विधायक ने सदन में कहा- 7 से 50 हजार में हो रही बच्चों की खरीद फरोख्त

अवैध खनन पर जूली ने घेरा : भाजपा के निवाई विधायक रामसहाय वर्मा ने टोंक में अवैध बजरी खनन के चलते उपजी स्थितियों पर अपनी बात रखी. विधायक ने कहा कि बजरी मा​फिया द्वारा गश्त के दौरान हैंड कांस्टेबल की कुचल कर हत्या कर दी गई. वर्मा ने कहा कि विभागीय अधिकारी, नगर परिषद के सभापति और अधिकारियों की मिलीभगत से शहर में से ट्रक गुजर रहे हैं. उनियारा में तो बजरी माफियाओं ने वनकर्मी को पीटा गया हैं. वर्मा ने सरकार से इस पर कार्रवाई की मांग की. इस पर प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार मान रही है ना बजरी माफिया अवैध खनन कर रहा है. कांस्टेबल को कुचल कर मारा जा रहा हैं. आपके विधायक यह मामले उठा रहे हैं आपको मानना पड़ेगा. इस पर कुछ देर हंगामा भी हुआ.

दलित के साथ बलात्कार व हत्या के मामले भी उठे : टोडा भीम विधायक घनश्याम ने दलित डिंपल मीणा के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसे जलाने का मामला उठाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया. विधायक ने कहा कि पीड़िता का शरीर से पूरा जला हुआ था. पुलिस ने तीन अलग अलग जानकारियां जारी की, पहले बताया कि तेजाब से जलाया, बाद में बताया कि पेट्रोल से जलाया और तीसरी बार में बताया कि जहर से मृत्यु हुई हैं. विधायक ने कहा कि सरकार को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों है? क्यों नहीं कार्रवाई हो रही. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने टोकते हुए आदिवासियेां को लेकर कही गई बात अंकित नहीं करने का कहा. इसी तरह से भोपालगढ विधायक गीता बरवड ने कहा बिलाडा तहसील के एक गांव में दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हुई, लेकिन उसके आरोपी अभी तक नहीं पकडे गए हैं.

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कंट्रोल में आप भी नहीं हो : शून्यकाल में बार-बार विपक्ष और सत्ता पक्ष के लोगों के खड़े होने से व्यवधान हुआ. इस दौरान सत्ता पक्ष के मंत्री भी खड़े हुए. इस पर विपक्ष से आवाज आई कि आप कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आप भी कंट्रोल में नहीं हो कहने के बाद भी बार-बार खड़े हो रहे हैं. सूरतगढ़ के विधायक डूंगरराम गेदर में भूमाफियाओं द्वारा खातेदारी का फायदा उठाने का मामला उठाया. इस पर राजस्वमंत्री हेमंत मीणा ने जवाब भी दिया. इसके बाद कार्रवाई दो बजे तक स्थगित कर दी गई.

किरोड़ी मीणा के लिए विपक्ष यहा बोला : विधानसभा अध्यक्ष ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की ओर से अपरिहार्य कारणों के चलते सदन से अनुपस्थित रहने के प्रार्थना पत्र का जिक्र किया गया. अध्यक्ष ने इसके लिए बताया कि मीणा ने अपरिहार्य कारणों के चलते अनुपस्थि​त रहने की अनुपति मांगी है. इस पर सदन ही सहमति के लिए पुकारा तो सत्ता पक्ष ने अनुपस्थिति के लिए हां में सहमति दे दी, लेकिन विपक्ष ने सहमति नहीं देकर ना कहा.

Last Updated : Jul 12, 2024, 3:32 PM IST
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