बहराइच: बहराइच में सोहरवा गांव के एक युवक का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया. इसके बाद युवक के पिता से फोन पर पांच लाख की फिरौती मांगी गई. इसके बाद युवक के पिता थाने में केस दर्ज कराया. पुलिस ने गुरुवार को युवक को बरामद कर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, चार अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए. पुलिस ने आरोपियों के पास से चार वाहन और हथियार भी भी बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
बहराइच राम गांव थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोहरवा के मजरा चिल्हरिया निवासी अकरम (22 वर्ष) पुत्र रियाज अहमद को कुछ लोगों ने बुधवार को गांव का दोस मोहम्मद (शेर अली) इलाज के बहाने दरगाह थाना क्षेत्र के ग्राम चिचड़ी के पास ले गया. वहां पर लोग बाइक सवार युवक को वाहन में बिठाकर ले जाने लगे. युवक के विरोध करने पर उन्होंने फायरिंग की और जान से मारने की धमकी भी दी.
मांगी पांच लाख रुपये की फिरौती: अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि अपहरण के बाद युवक के पिता को आरोपियों ने फोन कर पांच लाख 13 हजार की फिरौती मांगी. इसके बाद रामगांव थाने की पुलिस ने युवक के पिता की तहरीर पर दोस मोहम्मद (शेर अली) के विरुद्ध अपहरण समेत अन्य केस दर्ज कर जांच शुरू की. उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा, उप निरीक्षक रामदेव यादव, एसआई अजयकांत द्विवेदी, चौकी इंचार्ज नरेंद्र चौधरी, उप निरीक्षक पुनीत की टीम ने तलाश शुरू की. जांच के दौरान अकरम को पुलिस ने ढूंढ निकाला.
वहीं, अकरम को सकुशल बरामद कर उसके परिवार को सौंप दिया गया. अपहरण के आरोपी दोस मोहम्मद पुत्र सुबरती, कमरुद्दीन पुत्र फारुख निवासी निबिया हुसैनपुर रिसिया, बब्बन सिंह उर्फ संतोष कुमार पुत्र दलजीत सिंह भयापुरवा नेवादा, कुलदीप शुक्ला पुत्र श्रीराम शुक्ला और कृष्ण प्रताप उर्फ जज पुत्र सालिक राम शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं, फरार चार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. एएसपी ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि सभी के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
तो इसलिए किया अपहरण
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि अभियुक्त दोस मोहम्मद ने कमरुद्दीन से 80 हजार रुपये उधार लिये थे. किसी कारण वह रुपये वापस नहीं कर पा रहा था. इसको लेकर आए दिन कमरुद्दीन, दोस मोहम्मद को परेशान करता था. अपने रुपये के बदले दोस मोहम्मद ने कमरुद्दीन और अन्य साथियों के साथ मिलकर अकरम का अपहरण कर लिया, ताकि मिलने वाले फिरौती के रुपयों से वह उधारी चुका सके.
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