अलवर. जिले के रामगढ़ क्षेत्र के खिलोरा गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण यादव ने पूठी गांव में कुछ माइंस मालिकों पर शनिवार शाम को फायरिंग करने का आरोप लगाया है. कृष्ण यादव का खुद का माइंस का काम पूठी गांव में है. इस हमले में वो घायल हो गए, जिनका जिला अस्पताल में इलाज जारी है. वहीं, पुलिस तफ्तीश में जुटी है.
पूर्व सरपंच यादव ने बताया कि उन्हें पिछले 10 दिनों से माइंस मालिक कुलविंदर, सोनू व हरप्रीत की ओर से धमकी दी जा रही थी. इस बीच शनिवार शाम को वो कार के जरिए अलवर से पूठी गांव जा रहे थे. पूठी गांव के पास आरोपियों ने उनकी गाड़ी को रोक उन पर हमला कर दिया. पूर्व सरपंच ने आरोप लगाया कि हरप्रीत ने फायरिंग की जबकि सोनू ने उन पर तलवार से हमला किया. फायरिंग में एक गोली उनके पैर में लगी है और दूसरी गोली कान को छूकर निकल गई. उन्होंने बताया कि आरोपी दो गाड़ियों में आए थे, जिनमें एक गाड़ी में हरप्रीत व सोनू था तो दूसरी में आठ लोग सवार थे. हमले में वो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. फायरिंग व हमले का शोर सुनकर वहां स्थानीय लोग जमा हो गए थे. इस कारण वे दोनों आरोपी वहां से फरार हो गए. घटना के बाद घायल कृष्ण यादव को अलवर के जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया. घटना की सूचना मिलते ही पीड़ित के परिजन और बड़ी संख्या में अन्य लोग भी अस्पताल पहुंच गए.
आरोपियों पर अवैध खनन का आरोप : पूर्व सरपंच कृष्ण यादव ने बताया - " आरोपी अवैध खनन करते हैं. वे मेरी लीज लेना चाहते हैं, जिसके लिए वे मुझे पहले भी धमकी देते आ रहे हैं. इनके खिलाफ मैंने पूर्व में भी मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई नहीं हुई. आरोपी पंजाब से भी बदमाश बुलाते रहे हैं. शनिवार को घटना के बाद लोगों के इकट्ठा होने के कारण उन्हें भागना पड़ा है, लेकिन वे मुझे जान से मारने की धमकी देकर गए हैं."
इसे भी पढ़ें- पुलिस कस्टडी से भाग रहे बदमाश को लगी गोली, पिस्टल छीनकर भागने के प्रयास में मुठभेड़ - police arrested criminal
हाथ व पैर में आई चोट : रामगढ़ थानाधिकारी सवाईराम ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद हेड कांस्टेबल को मौके पर भेजा गया. पूर्व सरपंच यादव के पैर में गोली लगी या नहीं, इस बारे में अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन उनके हाथ-पैरों में चोट के निशान है. अलवर के जिला अस्पताल में उनका उपचार जारी है. दोनों पक्षों के बीच माइंस लीज को लेकर विवाद है. इस संबंध में पीड़ित पक्ष की ओर से रिपोर्ट देने पर जल्द ही मामला दर्ज किया जाएगा.