नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के कुछ कॉलेजों में निर्धारित सीटों से ज्यादा दाखिले हुए हैं. वहीं, कुछ कॉलेजों में पहली सूची में ही सीटें फुल हो चुकी हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय ने पहली सूची में कुल 71,600 सीटों के लिए 97,387 बच्चों को सीटें आवंटित की थी. इसके बाद अब पहली सूची में बुधवार शाम पांच बजे तक 65,000 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने दाखिला ले लिया था.
हालांकि, रात 12 बजे तक कितने और छात्रों ने फीस जमा करके दाखिला लिया इसका आधिकारिक नंबर आना अभी बाकी है. अगर हम कुछ प्रमुख कॉलेजों में सीट फुल होने की बात करें तो DU के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज और लगातार 7 साल तक देशभर में टॉप पर रहे मिरांडा हाउस में पहली सूची में स्वीकृत सीटों से ज्यादा दाखिले हो चुके हैं.
मिरांडा हाउस कॉलेज में करीब 170 दाखिले एक्स्ट्रा: मिरांडा हाउस कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर बिजयलक्ष्मी नंदा ने बताया कि हमारे कॉलेज में कुल 1300 स्वीकृत सीटें हैं. इनके लिए विश्वविद्यालय की ओर से करीब 1,800 छात्राओं को दाखिले के लिए मौका दिया गया था. इनमें से सभी बच्चों ने सीटें स्वीकार की और उनमें से 1640 बच्चों का दाखिला कॉलेज द्वारा स्वीकृत किया गया. इनमें से फीस जमा करने की समय सीमा खत्म होने तक 1470 बच्चों ने फीस जमा करके अपना दाखिला सुनिश्चित कर लिया है. इस तरह से पहली ही सूची में कॉलेज में करीब 170 दाखिले एक्स्ट्रा हो गए हैं. उन्होंने बताया कि अब कॉलेज में दूसरी सूची के लिए कोई सीट खाली नहीं बची है.
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श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में भी सीट फुल: वहीं, श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की प्रिंसिपल प्रोफेसर सिमरीत कौर ने बताया, "हमारे यहां दो कोर्सेज में कुल 898 सीटें हैं, जिनके लिए 945 बच्चों को दाखिले का आवंटन विश्वविद्यालय की ओर से किया गया था. हमारे यहां सभी 898 सीटों पर दाखिले पूरे हो चुके हैं. अभी कोई सीट खाली नहीं बची है."
किरोड़ीमल कॉलेज में सीटों से करीब 300 दाखिले ज्यादा: इसी तरह किरोड़ीमल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश खट्टर ने बताया कि, "उनके यहां कॉलेज में करीब 1500 सीटें हैं, जिनके लिए करीब 2012 बच्चों को सीटें आवंटित की गई थीं, जिनमें से 1838 बच्चों ने सीटें स्वीकार की. इनमें से 1811 बच्चों ने फीस जमा करके दाखिला ले लिया है. इस तरह से हमारे पास निर्धारित सीटों से करीब 300 दाखिले ज्यादा हो गए हैं. अब हमारे यहां दूसरी सूची के लिए कोई सीट खाली नहीं बची है."
वहीं, महाराजा अग्रसेन कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर संजीव तिवारी ने बताया, "उनके यहां कुल 857 सीटें हैं जिन पर डीयू की ओर से 1229 विद्यार्थियों को दाखिले का मौका दिया गया था. इनमें से 1025 बच्चों ने सीटें स्वीकार की थी. 953 बच्चों का दाखिला कॉलेज की ओर से अप्रूव किया गया था. 752 बच्चों ने फीस जमा करके दाखिला ले लिया है. अब कॉलेज में दूसरी सूची के लिए 106 सीटें खाली बची हैं. इन पर फिर से दूसरी सूची में दाखिला दिया जाएगा."
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