सरायकेला-खरसावां: भाजपा झारखंड में आदिवासियों के साथ छलावा कर रही है. सत्ता में है नहीं, लेकिन लोगों को गुमराह करने के लिए गोगो दीदी योजना जैसे मुंगेरीलाल के हसीन सपने जनता को दिखा रही है. जनता उन्हें सबक सिखा के रहेगी. यह बातें झारखंड सरकार के जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन ने सरायकेला-खरसावां जिले के कांड्रा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही.
मांझी परगना की जनसभा में शामिल हुए मंत्री
जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन रविवार रात कांड्रा मोड़ स्थित बालीडीह मैदान में आयोजित आदिवासी समाज मांझी परगना महल की जनसभा में शामिल होने पहुंचे थे. मंत्री का यहां पहुंचने पर आदिवासी रीति-रिवाज से स्वागत किया गया.
बाहरी का दखल बर्दाश्त नहीं
मंत्री रामदास सोरेन ने आगे कहा कि आदिवासी समाज में बाहरी लोगों की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं होगी. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के कल्याण और उत्थान के लिए झारखंड सरकार कटिबद्ध है. योजनाओं से आम जनमानस को लाभ पहुंचाया जा रहा है.
गोगो दीदी के नाम पर ठगने का प्रयास
वहीं कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि भाजपा चुनाव से पहले ही मुंगेरीलाल के हसीन सपने जनता को दिखा रही है. गोगो दीदी योजना के नाम पर लोगों को अभी से ठगने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन झारखंड की जनता इनके झांसे में नहीं आने वाली है.
भाजपा ने आदिवासी नेताओं को बनाया चूहा
मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में कई पूर्व मुख्यमंत्री जैसे बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा जैसे आदिवासी नेता हैं, लेकिन उनके रहने के बावजूद यहां असम और मध्य प्रदेश से नेताओं को बुलाकर आदिवासी नेताओं के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाया जा रहा है.
बीजेपी में हिम्मत है तो सीएम घोषित करें
रामदास सोरेन ने कहा कि भाजपा में अगर हिम्मत है तो मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित का चुनाव लड़े. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगले 20 सालों तक बीजेपी झारखंड में सत्ता में नहीं लौटने वाली है.
सभा में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में परगना नंदलाल टुडू , समाजसेवी सह ग्राम प्रधान कृष्णा बास्के, समाजसेवी रामदास टुडू, मांझी बाबा रवि हांसदा, मांझी बाबा बाजोल मार्डी, मांझी बाबा भीम हेंब्रम, मांझी बाबा जयराम मार्डी, मांझी बाबा रामसाज बास्के, मांझी बाबा बोजनाथ बास्के, मांझी बाबा बीरम मुर्मू, मांझी बाबा गणेश मांझी, मांझी बाबा विजय बास्के, मांझी बाबा गुलिया बेसरा, मांझी बाबा दारा सिंह सोरेन, मांझी बाबा सुशील हांसदा के साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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