दुमका: नादानी का आकर्षण के साथ जिद और आवेश में लिए गये फैसले दूसरे के लिए दुख का कारण बनता है. वो अपने पीछे दूसरों के लिए आंसू और तकलीफ ही छोड़ जाते हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दुमका में एक प्रेमी जोड़े ने अपनी जान सिर्फ इसलिए दे दी क्योंकि परिजनों ने शादी की इजाजत नहीं दी. इनके जान देने से पूरा परिवार शोकाकुल है.
दुमका में सरैयाहाट थाना के हरलाटांड रेलवे स्टेशन से आधा किलोमीटर दूर 19 नंबर पुल के निकट मंगलवार को देवघर से गोड्डा जाने वाली एक लोकल ट्रेन के पास क्षत विक्षत अवस्था दो शव पाए गये. इस घटना की जानकारी रेलवे स्टेशन के एक कर्मी द्वारा स्थानीय थाना पुलिस को दी गई. पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों के शवों को ग्रामीणों के बीच शिनाख्त कराया. उसके बाद पुलिस दोनों शवों को थाना ले आयी. साथ ही पंचनामा कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए दुमका सदर अस्पताल शवों को भेज दिया.
दरअसल, दोनों शव की पहचान हो गयी और इनके मौत की वजह भी सामने आ गयी. लड़के की उम्र 17 वर्ष थी, पिता- सुभाष मंडल, देवघर मोहनपुर थाना के झालर गांव का रहने वाला था. शिवम अपने नाना मनोहर मंडल के घर सरैयाहाट थाना के कोरदाहा गांव में ही रहकर इंटर की पढ़ाई करता था. उसकी प्रेमिका 14 वर्षीय लड़की दूसरे गांव में रहा करती थी.
इन दोनों की दोस्ती कोरदाहा में एक ट्यूशन सेंटर से हुई और वे एक दूसरे को चाहने लगे और दोनों जल्दी शादी करना चाहते थे. इनके परिजनों को इस प्रेम प्रसंग की जानकारी थी पर उम्र कम होने की वजह से वे शादी से इनकार कर रहे थे. परिजनों के द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने से प्रेमी युगल शादी के लिए उतावले हो गये और परिजनों से नाराज भी हुए. ऐसे में जिद और आवेश में उन्होंने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
इस मामले में सरैयाहाट के थाना प्रभारी ताराचंद ने जानकारी दी कि दोनों नाबालिग एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे, पर उम्र की वजह से उनके परिजन शादी से इनकार कर रहे थे. इसी के चलते दोनों विवाह की अनुमति नहीं मिलने से अपनी जान दे दी. उन्होंने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और इसमें यूडी केस दर्ज किया गया है.
9वीं के छात्र ने दे दी जान
वहीं एक अन्य घटना में हंसडीहा थाना क्षेत्र के छोटी रणबहियार पंचायत के पंडुवा गांव में नौवीं क्लास के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. मोहन राय अपने नाना-नानी के घर में रहता था. किशोर का मूल घर दुमका के ही रामगढ़ थाना क्षेत्र के फुलजोरा गांव में है. हंसडीहा थाना प्रभारी प्रकाश कुमार ने बताया कि किशोर की मौत का कारण पता नहीं चल पाया है. जहां तक उसके पिता की बात है तो वह मानसिक रूप से स्वस्थ हैं और मां दिल्ली में मजदूरी करती है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया है.
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