देहरादून: उत्तराखंड के कला संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने देहरादून में बने उत्तरा समकालीन कला संग्रहालय का निरीक्षण किया. उन्होंने करोड़ों की लागत से बने संग्रहालय की दुर्दशा पर संस्कृति विभाग के सचिव और निदेशक को जमकर फटकार लगाई.
2017 में बनाए गए इस कला संग्रह में करोड़ों रुपए की लागत से 2013 में आई केदारनाथ की आपदा और कारगिल शहीदों को नमन करती गाथा की आकृतियां और कलाकृतियां लगाई थीं. इन कलाकृतियों की दशा मौजूदा समय में बेहद खराब है. इससे पहले भी 21 मार्च 2023 को मंत्री सतपाल महाराज इस कला संग्रहालय का निरीक्षण कर चुके हैं. इसकी दशा सुधारने के लिए विभाग को पत्र भी लिख चुके हैं. जिस पर 1 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद कोई भी एक्शन नहीं लिया गया.
मंगलवार को धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने आर्ट गैलरी का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान विभागीय सचिव के अलावा अधिकारियों को भी अपने साथ रखा. औचक निरीक्षण करते हुए मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव को अपने एक साल पहले लिखे गये पत्र की याद दिलाई. उस पर अब तक क्या कार्रवाई की गई, ये भी पूछा. मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव और निदेशक से स्पष्टीकरण भी मांगा है. साथ ही एक बार फिर अधिकारियों को संग्रहालय की दशा सुधारने के निर्देश दिए हैं.
निरीक्षण के बाद सतपाल महाराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उत्तरा आर्ट गैलरी का उद्देश्य उत्तराखंड के चित्रकारों को उनकी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच देना है. इसलिए इसका संरक्षण किया जाना अति आवश्यक है. प्रदेश के कलाकारों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने चित्रों और कलाकृतियों को आर्ट गैलरी में प्रदर्शित करें. महाराज ने औचक निरीक्षण के दौरान उनके साथ उपस्थित संस्कृति विभाग के सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल और संस्कृति निदेशक बीना भट्ट को निर्देश दिया कि पूर्व में भी उनके द्वारा आर्ट गैलरी को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक उसमें कोई प्रगति दिखाई नहीं दे रही है. इसलिए तत्काल प्रभाव से आर्ट गैलरी का समुचित संरक्षण कर व्यवस्थाओं को दूर किया जाए.
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