पटना: नीतीश सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने आज सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में जाकर पदभार ग्रहण कर लिया है. विभाग के अधिकारियों ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया. वहीं, पदभार ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है. इस दौरान मंत्री ने कहा कि जो विभाग हमें मिला है, उसमें हम बेहतर करने की कोशिश करेंगे.
क्या आप अपने विभाग से संतुष्ट हैं?: इस सवाल पर संतोष सुमन ने कहा कि अगर विभाग से संतुष्ट नहीं होता तो फिर आज पदभार ग्रहण कैसे करते. मंत्री ने कहा कि जो विभाग मिला है, मैं उससे पूरी तरह से संतुष्ट हूं. कहीं से भी कोई दिक्कत नहीं है. जो लोग इसको लेकर कुछ बोल रहे हैं, वह पूरी तरह से गलत है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो दायित्व हमें दिया है, उसे पूर्ण रूप से निभाने की कोशिश करेंगे.
जीतनराम मांझी की नाराजगी पर क्या बोले?: इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि मैंने कल भी कहा था कि बार-बार हम लोगों को अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग ही दे दिया जाता है, जोकि गलत है. जहां तक उनकी (मांझी) नाराजगी का सवाल है तो इस बारे में उनसे ही जाकर सवाल करिये.
एनडीए के सभी विधायक एकजुट: वहीं नीतीश कुमार के फ्लोर टेस्ट के दौरान 'खेला' होने के विपक्ष के दावे पर संतोष सुमन ने कहा कि हमारे सभी 128 विधायक एकजुट है.. सरकार को कहीं से कुछ नहीं होनेवाला है. बिहार में अब कोई खेला नहीं होगा, एनडीए की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
"जो विभाग हमें मिला है, उससे हम संतुष्ट हैं. अगर नाराज होता तो पदभार क्यों ग्रहण करता. जहां तक पिताजी की नाराजगी का सवाल है तो इस बारे में उनसे ही प्रश्न करिये. हां ये सच है कि बार-बार एक ही मंत्रालय मिलने को लेकर हमने जरूर सवाल उठाया था."- संतोष कुमार सुमन, मंत्री, सूचना प्रोद्योगिकी विभाग
क्या है जीतनराम मांझी की डिमांड?: दरअसल, जीतनराम मांझी चाहते हैं कि हम कोटे से एक और विधायक को मंत्री बनाया जाए. उनका कहना है कि जब निर्दलीय विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है तो हमें सिर्फ एक ही कैबिनेट बर्थ क्यों? हमारे पास तो 4 विधायक हैं. इसके साथ ही हम संरक्षक का कहना है कि पहले मुझे और अब मेरे बेटे को बार-बार अनुसूचित जाति-जनजाति मंत्रालय ही क्यों मिलता है. उनका कहना है कि हमें भी अहम मंत्रालय मिलना चाहिए.
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