उदयपुर : राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने रविवार को मुगल बादशाह अकबर को लेकर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जिन्होंने अकबर को महान के रूप में पेश किया और उसकी गाथाओं को पढ़ाया वो लोग मेवाड़ और राजस्थान के सबसे बड़े दुश्मन हैं, लेकिन अब राजस्थान की किसी भी पुस्तक में अकबर को महान के रूप में नहीं पढ़ाया जाएगा. आगे उन्होंने कहा कि अकबर ने कई वर्षों तक देश को लूटने के काम किया. ऐसे में इस तरह के इंसान को कोई कैसे महान कह सकता है.
मंत्री ने कहा कि अकबर मीना बाजार लगाता था और महिलाओं को उठाकर ले जाता था तो फिर वो महान भला कैसे हो सकता है. इस दौरान मंत्री ने महाराणा प्रताप की वीरता का जिक्र करते हुए उन्हें सबसे महान शासक करार दिया और कहा कि महाराणा प्रताप से बड़ा महान कोई नहीं है. दरअसल, रविवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित 28वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री दिलावर ने ये बातें कही.
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पूर्व सीएम भैरोंसिंह शेखावत को किया याद : पहली बार राजधानी जयपुर से बाहर उदयपुर में आयोजित हुए राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राज्य के पूर्व सीएम भैरोंसिंह शेखावत ने साल 1995 में भामाशाहों के सम्मान की परिपाटी शुरू की थी. खुशी की बात है कि ये आज भी जारी है और इसके सकारात्मक परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस साल प्रदेश के विद्यालयों के लिए 140 करोड़ से अधिक की राशि भामाशाहों से प्राप्त हुई है. इस राशि से विद्यालय में भौतिक सुविधाओं के साथ ही स्मार्ट क्लासेज और संसाधन की व्यवस्था की जा रही है. आगे शिक्षा मंत्री ने दान का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह कुएं से सिंचाई के लिए पानी निकालने पर कुछ ही घंटों में कुआं वापस भर जाता है, ठीक उसी प्रकार धन को सद्कर्मों में लगाने से दोगुना लाभ अर्जित होता है.
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भामाशाहों का बताया देवतुल्य : उन्होंने कहा कि दूसरों की पीड़ा समझने वाला कभी साधारण नहीं हो सकता है. शिक्षा के लिए दान देने वाले सभी भामाशाह देवतुल्य हैं, जो बच्चों की पढ़ाई में आने वाली पीड़ा को समझते हुए उनके लिए सुविधाएं जुटाने में मदद करते हैं. वहीं, शिक्षा मंत्री ने मेवाड़ के वीर सपूत महाराणा प्रताप और भामाशाहों को याद किया. साथ ही उन्होंने राणा पूंजा, वीरबाला कालीबाई और गोविन्द गुरू को याद करते हुए उन्हें नमन किया. मंत्री ने कहा कि राजस्थान महापुरुषों, त्याग, तपस्या, शौर्य और वीरता की धरती है.
157 भामाशाह हुए सम्मानित : राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश भर के विद्यालयों में दान देने वाले 157 भामाशाहों का प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया. इस कार्यक्रम में राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने भामाशाहों को शिक्षा विभूषण और शिक्षा भूषण की उपाधि से नवाजा.