पटना: सोमवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर तिनेरी में हुए रामकृपाल यादव के काफिले पर गोलीबारी मामले का जायजा लेने के लिए मंत्री जनक राम तिनेरी गांव पहुंचे थे. जहां पर सभी समुदाय के लोगों से बैठक कर उनसे वार्ता की. इस दौरान उन्होंने दलित समुदाय के लोगों से पूछा कि क्या मतदान केंद्र पर वोट देने से रोका गया था और बोगस वोटिंग हो रही थी. जिसपर सभी ने इस बात से इनकार किया. इसके अलावा राजद विधायक के बारे में काफी शिकायत की. कहा कि बूथ पर हुए हंगामे का बिजोरोपण करने वाले विधायक ही थे.
रेखा देवी के आने से हुई घटना: उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि राजद की विधायक रेखा देवी इस पूरे घटना का कारण है. अगर वह मतदान केंद्र पर नहीं आती तो ना काफिला पर गोली चलती न मारपीट होती. ऐसे में पूर्ववर्ती सरकार के पहले से जंगल राज की जो आदत बनी हुई थी वह लोग एक बार फिर से लाठी और गोली चलाकर सरकार बनाना चाहते हैं. पूरे बिहार के लोगों ने जो खून खराबा नरसंहार देखा है अब वह जंगल राज की द्वारा वापसी नहीं होगी.
शांति बनाए रखने की अपील: उन्होंने कहा कि हर गांव में हर वर्ग के लोग जान चुके है कि पिछले 15 सालों में कई वर्गों के लोगों ने कोई अपना बेटा पति-पत्नी को खोया है. अब वह अब दोबारा नहीं खोना चाहेंगे. इसके अलावा तिनेरी गांव के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि सरकार पर पुलिस प्रशासन पर भरोसा रखिए सभी पर कानूनी कार्रवाई होगी. सांसद रामकृपाल पर गोली चलाने वाले बख्शे नहीं जाएंगे.
"मुख्यमंत्री के निर्देश पर हम तिनेरी गांव पहुंचे है. जहां पर पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया है. जिसका रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देंगे. सभी ने कहा है कि पूरे घटना का कारण सिर्फ राजद विधायक रेखा देवी हैं. वह मतदान केंद्र पर ना आती तो घटना नहीं घटती. ऐसे में लाठी गोली चलाकर यह सरकार चलाना चाहते हैं. 15 साल से गरीबों के खून से लालटेन जलाए हैं. लेकिन अब जनता झांसी में नहीं आएगी." - जनक राम, अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री, बिहार सरकार