अलवर. एनडीए सरकार में इस बार ओबीसी वर्ग पर खास ध्यान रखा गया है. इसका कारण है कि आगामी समय में हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है. भूपेंद्र यादव का हरियाणा से सीधा जुड़ाव रहा है. वहीं, राजस्थान के अलवर संसदीय क्षेत्र से वे सांसद चुने गए हैं. भूपेंद्र यादव की हरियाणा और अलवर के अहीरवाल में अच्छी पकड़ मानी जाती है.
वहीं, राजस्थान व हरियाणा के बड़े ओबीसी नेताओं में उन्हें शुमार किया जाता है. यही कारण है कि हरियाणा व अलवर की अहीरवाल में भाजपा ने अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बड़े ओबीसी चेहरे भूपेंद्र यादव मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे. अलवर का बहरोड़, मुण्डावर, बानसूर, किशनगढ़बास, तिजारा आदि क्षेत्र अहीरवाल माना जाता है. इसके अलावा जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र एवं टोंक आदि जिलों में भी अहीर वोट अच्छी संख्या में है. भूपेंद्र यादव को कैबिनेट मंत्री बनाकर भाजपा ने इन क्षेत्रों में भी ओबीसी वोटों को साधने का प्रयास किया है.
पढ़ें : मोदी 3.0 : शेखावत को लगातार तीसरी बार मौका, राजस्थान में ये होंगे बड़े चैलेंज - Modi Cabinet 3
हरियाणा में विधानसभा चुनाव जल्द : हरियाणा में आगामी 6 महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं और वहां अहीर व ओबीसी वोट बैंक बड़ा है. हरियाणा विधानसभा चुनाव में बड़े ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए भी भूपेंद्र यादव को मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का ओहदा दिया गया है. वैसे भी हरियाणा में अहीर वोट बैंक भाजपा का परम्परागत वोट माना जाता है. हालांकि, इस बार लोकसभा चुनाव में हरियाणा में चुनाव परिणाम भाजपा के लिए ज्यादा सुखद नहीं रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव की चुनौती को देखते हुए भाजपा ने बड़े ओबीसी चेहरे को केंद्र सरकार में बड़े पद से नवाजा है.
मोदी-शाह से नजदीकी ने भी दिलाई जगह : सांसद भूपेंद्र यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है. बड़े राजनीतिक कद का भी भूपेंद्र यादव को लाभ मिला, साथ ही भाजपा संगठन में बड़ी पकड़ ने उनकी मोदी मंत्रिमंडल में राह आसान की.