रांची: हेमंत सरकार 3.0 में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी पर राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने रांची के अरगोड़ा थाना में मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का आवेदन दिया है.
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में भाजपा लीगल सेल और युवा मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल ने अरगोड़ा थाना पहुंच कर झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया है. भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि यह मामला 08 जुलाई 24 का है, जब हेमंत सरकार के मंत्री शपथ ले रहे थे और शपथ के बाद राष्ट्रगान चल रहा था, उस वक्त मंत्री हफीजुल हसन अपना गमछा को ठीक कर रहे थे. वीडियो में स्पष्ट है कि उन्होंने जानबूझकर पहले अपना कुर्ता और बंडी को नीचे खींच कर गमछा को हल्का गिराया और तब गमछा को फिर से कंधे पर रखा.
भाजपा के नेताओं ने बताया कि राष्ट्रगान के समय हर व्यक्ति को सावधान की मुद्रा मे खड़ा रहना है और किसी प्रकार का हलचल शरीर में नहीं होना चाहिए , ये 52 सेकेंड का समय स्टैचू टाइम होता है. अगर कोई व्यक्ति राष्ट्रगान के समय बनाये नियम का पालन नहीं करता है तो उसे प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट्स टू नेशनल ऑनर एक्ट 1971 की धारा 3 के अनुसार दंडित किया जाएगा और उसे 3 वर्ष तक सजा हो सकती है. संविधान के अनुच्छेद 51-A के अनुसार देश के सभी नागरिकों को संविधान, राष्ट्रीय प्रतीकों, और संस्थाओं राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान के प्रति प्रतिबद्ध होना लोगों का कर्तव्य होता है.
भाजपा नेताओं का कहना है कि एक मंत्री होकर राष्ट्रगान के समय ऐसा व्यवहार करने से न सिर्फ झारखंड का बल्कि देश का सिर शर्म से झुक गया है. राष्ट्रगान के समय मंत्री द्वारा किये गए अमर्यादित व्यवहार का वीडियो भी थाना प्रभारी को दिया गया है. भाजपा के युवा मोर्चा के सदस्य राहुल कुमार दुबे उनके आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी को आवेदन दिया है.
इससे पहले भाजपा ने हफीजुल हसन के शपथ ग्रहण के दौरान धार्मिक उच्चारण को मुद्दा बनाते हुए राज्यपाल से मिलकर यह मांग की थी कि मंत्री ने शपथ ग्रहण के दौरान असंवैधानिक कार्य किया है और राज्यपाल या तो उन्हें दोबारा शपथ कराएं और तब तक उन्हें मंत्री न माना जाए,अब आज एक नया मामला राष्ट्रगान के अपमान के रूप में आया है.
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