अलवर. वन मंत्री संजय शर्मा अलवर से जयपुर जा रहे थे. इस दौरान रास्ते में मंत्री ने अवैध खनन के पत्थर ले जा रही तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रूकवाया और पूछताछ की. ट्रैक्टर चालक संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. इस पर मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई. इसके बाद पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा और पत्थरों से भरे तीन ट्रैक्टरों को अरावली विहार थाने पर लाया गया.
अवैध खनन के पत्थरों के परिवहन पर मंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने मौके पर अधिकारियों से कहा कि 'तुमको शर्म आनी चाहिए. हम अभियान चलाते हैं और तुम लोग अवैध खनन करवा कर राजस्थान को लूट कर खा जाओ.' मंत्री ने खनन कर ले जा रहे जा रहे चालकों से पूछताछ की गई. हालांकि ट्रैक्टर चालकों के द्वारा कोई जवाब दिया गया. मंत्री संजय शर्मा ने पूछा कि पत्थरों को ले जाने के लिए कोई रवन्ना या कोई परमिशन है?
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संतोषजनक जवाब ना दे देने पर तीनों ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर अरावली विहार थाने में भिजवाया गया. अरावली विहार थाना प्रभारी पवन चौबे ने बताया कि वन मंत्री संजय शर्मा का फोन आया कि पत्थरों से भरे तीन ट्रैक्टर पकड़े हैं. उसके बाद पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा और पत्थरों से भरे तीन ट्रैक्टरों को अरावली विहार थाने पर लाया गया. पकड़े गए ट्रैक्टर चालकों से पूछताछ की जा रही है कि वह पत्थर कहां से लाए और कहां ले जाने वाले थे.
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कार्रवाई के नाम पर होती है खानापूर्ति: गौरतलब है कि अलवर जिला एनसीआर में होने के कारण यहां अवैध खनन लगातार होता है. इस पर अंकुश लगाना मुश्किल हो रहा है. भिवाड़ी, तिजारा, अलवर, बानसूर में रोजाना सैकड़ों डम्पर अवैध खनन कर हरियाणा दिल्ली ले जाते हैं. सरकार के आदेश पर प्रशासन छोटी-मोटी कार्रवाई करके अभियान को बंद कर देते हैं. अगर ज्यादा ही दबाव आता है, तो दो-चार बड़ी कार्रवाई के नाम पर वाहवाही लूट कर फिर से अवैध खनन की खुली छूट देकर मोटा माल कमाने में जुट जाते हैं.