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मिल्क सप्लायर का ID का गलत इस्तेमाल का आरोप; करोड़ों रुपए का लिया गया था लोन, नमस्ते इंडिया कंपनी पर दर्ज हुई FIR

FIR against Namaste India Company : 28 नवंबर 2022 को बैंक की ओर से पत्र मिलने पर हुई जानकारी.

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

कानपुर : यूपी के कानपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिले के फजलगंज थाने में एक मिल्क सप्लायर ने नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड व एचडीएफसी बैंक लखनऊ के कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. युवक का आरोप है कि कंपनी ने उसकी आईडी का गलत उपयोग करके बैंक से 7 करोड़ रुपए का लोन ले लिया है. यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है, वहीं पुलिस इस मामले की गहनता से जांच पड़ताल में जुट गई है.

'कंपनी ने लिए थे जरूरी कागजात' : मूलरूप से फतेहपुर जिले के रहने वाले विनय कुमार मिश्रा वर्तमान में कानपुर साउथ के बर्रा में रह रहे हैं. उनका कहना है कि वह दूध का कार्य करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. साल 2014 से नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय पंत फजलगंज कालपी रोड पर है. उन्होंने बताया कि मिल्क सेंटर को अपने ग्राम तेंदुली व आसपास के क्षेत्र से दूध का कलेक्शन करके देने का कार्य शुरू किया था. इस दौरान कंपनी ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो आदि अपने पास पूर्व में संरक्षित कर लिए थे.

आईडी का गलत उपयोग कर लोन लेने का आरोप : उनका आरोप है कि कंपनी ने उनकी आईडी का गलत उपयोग करके 14 जनवरी 2021 को 10617177 रुपए, 29 अप्रैल 2021 को 9819723 रुपए, 28 सितंबर 2021 को 9998409 रुपए, 4 अक्टूबर 2021 को 1671096 रुपए, 11 जनवरी 2022 को 19972851 रुपए, 28 अप्रैल 2022 को 17969200 रुपए यानी कुल 7,00,48,456 बिना उनकी अनुमति और हस्ताक्षर के कंपनी के मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए लोन लिया था. उनका आरोप है कि लखनऊ स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा से अधिकारियों की मिली भगत से लोन स्वीकृत किया गया. इस धनराशि का प्रयोग कंपनी द्वारा अपने निजी हित के लिए किया गया.

आनन-फानन में किया लोन अमाउंट का रीपेमेंट : उन्होंने बताया कि बीती 28 नवंबर 2022 को बैंक की ओर से उन्हें एक पत्र भेजा गया. तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई. इसके बाद उन्हें बैंक का एक और पत्र प्राप्त हुआ, जिसके जरिए इस बात की जानकारी हुई की लोन अमाउंट का रीपेमेंट भी कंपनी द्वारा आनन-फानन में करा दिया गया है. उनका कहना है, कि इसके बाद उन्होंने कंपनी के पदाधिकारी से मिलकर कारण जानने की कोशिश की, लेकिन कंपनी के किसी भी कर्मचारी ने उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी. इस घटना के बाद से वह काफी ज्यादा मानसिक एवं शारीरिक रूप से अस्वस्थ भी हो गए.

कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई FIR : इस मामले में फजलगंज थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित के द्वारा दी गई तहरीर पर नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के पदाधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह एफआईआर कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई है. पुलिस की ओर से इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे, उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : LUCC चिटफंड कंपनी फर्जीवाड़ा; 13 आरोपियों पर लगा गैंगस्टर, गिरफ्तारी के बाद अब होगी कुर्की की कार्रवाई

यह भी पढ़ें : इनकम टैक्स बचाने का लास्ट टाइम! समय पर नहीं किया यह काम तो कंपनी काट लेगी मौटा पैसा

कानपुर : यूपी के कानपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिले के फजलगंज थाने में एक मिल्क सप्लायर ने नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड व एचडीएफसी बैंक लखनऊ के कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. युवक का आरोप है कि कंपनी ने उसकी आईडी का गलत उपयोग करके बैंक से 7 करोड़ रुपए का लोन ले लिया है. यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है, वहीं पुलिस इस मामले की गहनता से जांच पड़ताल में जुट गई है.

'कंपनी ने लिए थे जरूरी कागजात' : मूलरूप से फतेहपुर जिले के रहने वाले विनय कुमार मिश्रा वर्तमान में कानपुर साउथ के बर्रा में रह रहे हैं. उनका कहना है कि वह दूध का कार्य करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. साल 2014 से नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय पंत फजलगंज कालपी रोड पर है. उन्होंने बताया कि मिल्क सेंटर को अपने ग्राम तेंदुली व आसपास के क्षेत्र से दूध का कलेक्शन करके देने का कार्य शुरू किया था. इस दौरान कंपनी ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो आदि अपने पास पूर्व में संरक्षित कर लिए थे.

आईडी का गलत उपयोग कर लोन लेने का आरोप : उनका आरोप है कि कंपनी ने उनकी आईडी का गलत उपयोग करके 14 जनवरी 2021 को 10617177 रुपए, 29 अप्रैल 2021 को 9819723 रुपए, 28 सितंबर 2021 को 9998409 रुपए, 4 अक्टूबर 2021 को 1671096 रुपए, 11 जनवरी 2022 को 19972851 रुपए, 28 अप्रैल 2022 को 17969200 रुपए यानी कुल 7,00,48,456 बिना उनकी अनुमति और हस्ताक्षर के कंपनी के मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए लोन लिया था. उनका आरोप है कि लखनऊ स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा से अधिकारियों की मिली भगत से लोन स्वीकृत किया गया. इस धनराशि का प्रयोग कंपनी द्वारा अपने निजी हित के लिए किया गया.

आनन-फानन में किया लोन अमाउंट का रीपेमेंट : उन्होंने बताया कि बीती 28 नवंबर 2022 को बैंक की ओर से उन्हें एक पत्र भेजा गया. तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई. इसके बाद उन्हें बैंक का एक और पत्र प्राप्त हुआ, जिसके जरिए इस बात की जानकारी हुई की लोन अमाउंट का रीपेमेंट भी कंपनी द्वारा आनन-फानन में करा दिया गया है. उनका कहना है, कि इसके बाद उन्होंने कंपनी के पदाधिकारी से मिलकर कारण जानने की कोशिश की, लेकिन कंपनी के किसी भी कर्मचारी ने उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी. इस घटना के बाद से वह काफी ज्यादा मानसिक एवं शारीरिक रूप से अस्वस्थ भी हो गए.

कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई FIR : इस मामले में फजलगंज थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित के द्वारा दी गई तहरीर पर नमस्ते इंडिया फूड प्राइवेट लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के पदाधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह एफआईआर कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई है. पुलिस की ओर से इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे, उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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