मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जनपद पंचायत खड़गवां के अंतर्गत आने वाले कई ग्राम पंचायतों के मनरेगा मजदूरों,और मुंशियों को चार महीने से मजदूरी नहीं मिली है. मजदूरी की राह देखते देखते जब मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया तो मनरेगा मजदूर जनपद पंचायत खड़गवां के कार्यालय पहुंचे. सीईओ के नाम पीओ (प्रोजेक्ट ऑफिसर) को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द मजदूरी देने की मांग की.
चार महीने से मजदूरी नहीं मिलने का आरोप: मजदूरों ने बताया कि "उन्हें चार महीने से मजदूरी नहीं मिली है, जिसके कारण वे भुखमरी का सामना कर रहे हैं. मजदूरी की राशि उनके खातों में अब तक नहीं पहुंची है और अधिकारियों से कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल पा रहा है." ग्राम पंचायत खड़गवां की मुंशी सुमन ने भी बताया कि "भुगतान न होने से उनके परिवार का पालन-पोषण कठिन हो गया है."
रोजगार गारंटी में 6 महीने से काम का पैसा नहीं मिला है. इतना पैसा आया लेकिन गया कहां. -रामदीन, मजदूर
गांव में मेड़ का काम करते हैं. लेकिन 4 महीने से मजदूरी भुगतान नहीं हो पाया. जिससे मजदूरी को काफी परेशानी उठानी पड़ी है. खेती का समय है, त्योहार का समय है. सीओ सर को ज्ञापन देने आए हैं -चंद्र प्रताप, मुंशी, मनरेगा ग्राम पंचायत खड़गवां
मनरेगा रोजगार गारंटी योजना के तहत वेतन का भुगतान नहीं हुआ जिससे हम काफी परेशान हैं. -सुमन, मुंशी
8 करोड़ की राशि अभी भी लंबित: जनपद पंचायत के पीओ, राज नारायण सिंह ने बताया कि "मनरेगा के मजदूरों की लगभग 8 करोड़ रुपये की राशि लंबित है. मजदूरों की मांगें जायज है. उच्च अधिकारियों को कई बार पत्र भेजा गया है, ताकि जल्द से जल्द भुगतान हो सके. महीने भर पहले जिला कार्यालय को पेंडिंग पत्र भेजकर बताए थे. मजदूर संघ की तरफ से मांग है कि मजदूरों की राशि उन्हें तुरंत दिलाई जाएं. "ज्ञापन सौंपने के बाद मजदूरों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही उनके खाते में मजदूरी की राशि आएगी.