उदयपुर: जिले में 4 दिन के बाद सिटी पैलेस के दरवाजे खुल गए. पूर्व राज परिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस के दरवाजे खुलवाए. इससे पहले जिला प्रशासन ने इलाके में लगी धारा 163 भी हटा दी. बता दें कि पिछले 4 दिनों से सिटी पैलेस के दरवाजे बंद थे. ऐसे में देश-दुनिया से आने वाले पर्यटक निराश वापस लौट रहे थे. धूणी दर्शन को लेकर पूर्व राज परिवार के बीच में विवाद देखने को मिला था.
लक्ष्यराज सिंह ने खुलवाए दरवाजे: लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि राजमहल के द्वार खुल चुके हैं. मेवाड़ ने कहा कि उसी जोश और उत्साह के साथ में यह द्वारा फिर से खुल चुके हैं. ऐसे में आने वाले पर्यटकों का फिर से स्वागत करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने इस मौके पर सरकार, शहरवासियों और प्रशासन का धन्यवाद दिया. उदयपुर में फिर से सौहार्द का माहौल कायम हुआ है. इससे पहले पुलिस ने जगदीश चौक के सामने से बैरिकेड्स और जालियां हटवा दी थीं. वहीं उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने आदेश जारी कर सिटी पैलेस इलाके से धारा 163 हटा ली.
इस मामले को लेकर हुआ था विवाद: पूर्व सांसद और मेवाड़ के पूर्व राज परिवार के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ का चित्तौड़गढ़ के किले में राजतिलक किया गया, लेकिन राजतिलक के बाद वे परम्परानुसार उदयपुर किले में धूणी के दर्शन नहीं कर पाए. सिटी पैलेस प्रशासन ने दरवाजे बंद कर दिए. विवाद के दौरान वहां पथराव तक हो गया. कई दौर की बातचीत के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी और बुधवार शाम को विश्वराज सिंह मेवाड़ ने धूणी के दर्शन किए.