श्रीगंगानगर : जिले की सूरतगढ़ नगरपालिका की बुधवार को हुई साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही. हालांकि हंगामे की आशंका को लेकर पुलिस का जाप्ता भी पालिका परिसर में तैनात किया गया था. इस बैठक के दौरान विधायक डूंगरराम गेदर और उनके समर्थकों ने अपना रोष व्यक्त किया.
करोड़ों की जमीन का है मामला : विधायक डूंगरराम गेदर ने कहा कि एजेंडा संख्या 7 के तहत सूरतगढ़ की बेशकीमती जमीन को किसी निजी व्यक्ति को दिया जाता है तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी. दरअसल, एजेंडा संख्या 7 को लेकर शहर की राजनीति कई दिनों से गरमाई हुई थी. एजेंडे के मुताबिक भाजपा के पूर्व विधायक राम प्रताप कासनिया और उनके परिवार को सूरतगढ़ में NH-62 से सटी करोड़ों रुपए की बेशकीमती भूमि वर्ष 1997 में किए गए एक आवेदन के बदले में अलॉट करनी थी. हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा तहसील के गांव जाखड़ावाली में स्थित विवेकानंद पब्लिक स्कूल को पूर्व में कासनिया परिवार ने सेमग्रस्त इलाके में होने का हवाला देकर सूरतगढ़ में उसकी एवज में भूमि चाही थी. यह स्कूल वर्तमान में अच्छी खासी स्ट्रैंथ के साथ जाखडावाली गांव में संचालित हो रहा है. बावजूद इसके कासनिया परिवार सूरतगढ़ में इसके बदले भूमि मांग रहा है. हालांकि यह प्रस्ताव पूर्व में भी नगर पालिका की बैठकों में आता रहा है, लेकिन इसे हर बार खारिज भी किया जाता रहा है.
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कांग्रेस ने दो दिन पहले की थी प्रेस वार्ता : इस प्रस्ताव के विरोध में कांग्रेस ने भी 2 दिन पहले प्रेस वार्ता कर शहर हित के लिए एक परिवार के नाम होने जा रही इस भूमि का विरोध जताया था और अपने पार्षदों पर वोटिंग के लिए व्हिप जारी की थी. बावजूद इसके नगर पालिका की बैठक में उपस्थित हुए पार्षदों में से 27 लोगों ने इसके पक्ष में अपने हाथ खड़े कर इसे पास कर दिया. वहीं हंगामा और शौर-शराबे को लेकर विधायक डूंगरराम गेदर सदन से बीच में ही वॉकआउट कर गए.