मेरठ: मेरठ लोकसभा सीट को लेकर समाजवादी पार्टी के अंदरखाने मचे घमासान के बीच बुधवार को सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. इस दौरान अतुल प्रधान मीडिया के कई सवालों से सीधे बचते नजर आए. हालांकी उन्होंने कहा कि मेरठ की जनता का प्यार उन्हें मिलेगा और वह हमेशा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता रहे हैं. वह यहां से जीत दर्ज कराकर दिखाएंगे. यहां इस बार मुकाबला बाहरी बनाम लोकल होने जा रहा है.
मेरठ- हापुर लोकसभा सीट को लेकर सपा की अंदरुनी खींचतान खत्म होता नहीं दिख रहा है. जहां समाजवादी पार्टी ने पहले भानु प्रताप वर्मा को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया था. उसके बाद पार्टी ने दो दिन पहले सरधना से विधायक अतुल प्रधान को प्रत्याशी घोषित कर दिया था. जिसके बाद भी उम्मीदवार को लेकर विवाद थमता दिखाई नहीं दिया. कई ऐसे नेता थे जो अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे. इस बीच में पार्टी के शहर से विधायक रफीक कंसारी ने भी अपने लिए नामांकन पत्र खरीदाा है. वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आकिल मुर्तजा ने भी अपने लिए नामांकन पत्र खरीद लिया है.
सपा प्रत्याशी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, मुकाबला बाहरी बनाम स्थानीय में है. वहीं आखिर पार्टी के दो अन्य विधायक कहां है. इस सवाल का जवाब अतुल प्रधान ने नहीं दिया. हालांकी उनके साथ में पार्टी के जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी नामांकन के वक्त जरूर उनके साथ थे. वहीं बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल पर हमला बोलते हुए कहा कि वह बाहरी हैं. जब यहां के लोगों को समस्या होगी तो क्या वह मुंबई में जाकर समाधान कराएंगे.
अतुल प्रधान ने अपना पर्चा दाखिल कर दिया, लेकिन पार्टी के शहर विधायक रफीक अंसारी और किठौर से विधायक शाहिद मंजूर की अनुपस्थिति से यह बात तो स्पष्ट तौर पर समझ में आ रही थी कि समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बता दें कि, समाजवादी पार्टी से विधायक अतुल प्रधान उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने दो बार के विधायक संगीत सोम को 2022 के चुनाव में पटकनी दे दी थी.