लातेहार: प्रकृति ने लातेहार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को कई अनुपम उपहार दिए हैं. इन्हीं उपहारों में एक सदर प्रखंड के विश्रामपुर गांव का डोंगिया झरना भी है. डोंगिया झरना ग्रामीणों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. पहाड़ी की तलहटी में स्थित इस झरने की खासियत यह है कि यहां से सालों भर औषधीय गुण वाला पानी निकलता रहता है. जिससे यहां के ग्रामीणों को कभी पानी की कमी नहीं होती. वहीं यहां के पानी से कई बीमारियों का इलाज भी हो जाता है.
दरअसल, लातेहार सदर प्रखंड के बिश्रामपुर गांव के निकट स्थित जंगल में डोंगिया झरना स्थित है. इस झरने की खासियत यह है कि यहां सालों भर एक समान धारा में पहाड़ी की तलहटी से पानी गिरता है. पानी के निरंतर प्रवाह के कारण यहां के लोगों को काफी सुविधा मिलती है.
ग्रामीणों का कहना है कि इस झरने के पानी में औषधीय गुण मौजूद हैं, जिसके कारण यहां का पानी पीने से कई बीमारियों का भी इलाज हो जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि इस झरने का पानी बाजार में बिकने वाले मिनरल वाटर से भी स्वादिष्ट और मीठा है.
स्थानीय ग्रामीण महिला सोबतिया देवी बताती हैं कि इस झरने के कारण ग्रामीणों को कभी भी पानी की समस्या नहीं होती. उन्होंने बताया कि झरने का पानी पीने से बुखार समेत अन्य बीमारियों का इलाज हो जाता है. इसी कारण विश्रामपुर गांव के अलावा आसपास के अन्य गांव के लोग भी यहां से पानी ले जाते हैं.
निरंतर पानी के प्रवाह से आसपास के खेत भी रहते हैं सिंचित
स्थानीय ग्रामीण अजय भुइयां की मानें तो इस झरने के पानी से जहां आम लोगों को आसानी से पीने का पानी मिल जाता है, वहीं नहाने के लिए भी बेहतर सुविधा उपलब्ध हो जाती है. उन्होंने बताया कि झरने का पानी सालों भर एक सामान धारा से बढ़ाने के कारण आसपास के जमीन भी सिंचित रहते हैं.
उन्होंने कहा कि कई ग्रामीण इस झरने के पानी से सालों भर खेती भी कर लेते हैं. हालांकि पानी स्टोर करने की सुविधा नहीं रहने के कारण पानी नदी नालों में बह जाता है. यदि पानी स्टोर करने के लिए बड़ा तालाब या डैम बना दिया जाए तो ग्रामीणों को काफी सुविधा मिल जाएगी.
दैवीय आशीर्वाद मानते हैं ग्रामीण
इधर, डोंगिया झरने को स्थानीय ग्रामीण भगवान का आशीर्वाद मानते हैं. ग्रामीणों की मान्यता है कि यहां ईश्वर किसी न किसी रूप में वास करते हैं. इस मान्यता के कारण गांव के लोग इस स्थान को मंदिर की तरह पवित्र मानते हैं. जिस स्थान पर झरना का पानी गिरता है .वहां शराब पीकर जाना अथवा मांसाहार करना पूरी तरह वर्जित रखा गया है. ग्रामीणों की मान्यता है कि इस स्थान पर शुद्धता का पालन नहीं करने से देवता नाराज हो जाते हैं.
पानी के औषधीय गुण को चिकित्सक भी करते हैं प्रमाणित
डोंगिया झरने के पानी को ग्रामीण औषधीय गुण युक्त मानते हैं. जब ग्रामीणों की इस मान्यता के संबंध में लातेहार डीएस डॉक्टर अखिलेश्वर प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह संभव हो सकता है कि पानी में औषधीय गुण हो. उन्होंने कहा कि जंगल, पहाड़ों से निकलने वाले पानी कई जड़ी बूटियां से होकर गुजरते हैं. इसी कारण प्राकृतिक जल स्रोतों में औषधीय गुण होने की संभावना काफी प्रबल होती है. उन्होंने कहा कि यदि डोंगिया झरने के पानी की जांच कर ली जाए तो यह और भी प्रमाणिक हो जाएगा.
प्रकृति ने डोंगिया झरना जैसे अनुपम उपहार लातेहार को दिए हैं .जरूर इस बात की है कि ऐसे प्राकृतिक उपहार को संरक्षित किया जाए. जिससे पर्यटन के साथ-साथ सिंचाई की सुविधा को भी बढ़ावा मिल सके.
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