लखनऊ: वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की योजना के तहत साढ़े सात सालों में प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 39 से 78 हो गई. वहीं एमबीबीएस सीटों की संख्या 5,390 से बढ़कर 11 हजार 200 और पीजी की तीन हजार 781 सीट्स हो चुकी है. अकेले सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 5,150 सीट्स हो चुकी हैं.
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में प्रदेश के 14 सरकारी और 25 निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल पांच हजार 390 सीट्स थीं. इनमें सरकारी कॉलेजों में पांच हजार 150 सरकारी सीट्स और 6050 सीट्स प्राइवेट कॉलेज की हैं. इसी तरह 2016 में पीजी की 1,344 सीट्स थीं, जो कि बढ़कर तीन हजार 781 हो चुकी हैं. इनमें सरकारी कॉलेजों में 1,759 और निजी कॉलेजों की 2022 सीट्स हैं. इस सत्र 2024-25 में राज्य के 12 नए स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की कुल सीट्स में 85 प्रतिशत सीटों पर दाखिले के लिए काउंसिलिंग चल रही है. पहले चरण की काउंसिलिंग में अधिकांश सीट्स भर चुकी हैं.
बागपत, हाथरस और कासगंज में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज: डीजीएमई ने बताया कि सोनभद्र के मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने के लिए केंद्रीय मंत्री से दोबारा अपील की गई. अमेठी में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है. अगले साल, सत्र 2025-26 में 100 सीटों की लेटर ऑफ परमिशन प्राप्त करने के लिए एनएमसी, नई दिल्ली का पोर्टल खुलते ही आवेदन किया जाएगा. पीपीपी मोड अंतर्गत मऊ में कल्पनाथ राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज निर्माणाधीन है. इस कॉलेज में सत्र शुरू करने के लिए एनएमसी के लेटर ऑफ परमिशन की जरूरत पड़ रही है. पीपीपी मोड के वायबिलिटी गैप फंडिंग स्कीम के तहत बागपत, हाथरस व कासगंज में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए जल्द ही कैबिनेट के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा.
नीट यूजी काउंसिलिंग में 5 तक लेना होगा दाखिला: यूपी नीट यूजी की दूसरे चरण की काउंसिलिंग में एमबीबीएस व बीडीएस सीट आवंटित कर सूची जारी कर दी गई है. चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक कार्यालय के द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक आवंटित सीट पर दाखिले की प्रक्रिया 5 अक्टूबर तक पूरी की जाएगी.