कानपुर: बिठूर इलाके के रामा अस्पताल में बच्चों का चेकअप कर रही MBBS इंटर्न अचानक बेहोश हो गई. उसे तत्काल आईसीयू में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. फिलहाल हार्ट अटैक की आशंका जताई गई है. मौत का स्पष्ट कारण अभी नहीं पता चला है. कानपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर चुकी मथुरा की स्नेहा को सिर्फ 2 महीने बाद ही डॉक्टरी की डिग्री मिलनी थी. 2019 बैच की मेडिकल स्टूडेंट स्नेहा रामा अस्पताल में 1 साल की इंटर्नशिप कर रही थी. उसकी मौत की सूचना पर कानपुर पहुंचे मां-पिता बेटी का शव देख बेसुध हो गए.
अचानक गिरी और तोड़ दिया दम: मथुरा के नटवर नगर निवासी स्नेहा पाठक (26) ने 2019 में कानपुर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था. बताते हैं कि शुक्रवार दोपहर पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती बच्चों का चेकअप करने के दौरान तीमारदारों को आवाज देने के लिए स्नेहा वार्ड के बाहर निकली. अचानक वह बेहोश होकर वहीं गिर गई. यह देख अस्पताल के बाकी कर्मी उसकी ओर दौड़े. आनन-फानन में उसे आआईसीयू वार्ड में ले जाया गया. यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने स्नेहा को मृत घोषित कर दिया. स्नेहा की मौत के बाद कॉलेज प्रशासन द्वारा परिजनों को तत्काल सूचना दी गई.
प्राथमिक जांच में हार्ट अटैक: इस पूरे मामले में एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची थी. मृतक छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है. प्राथमिक जांच में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है. शनिवार को परिजनों की मौजूदगी में छात्रा का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा.
होनहार बिटिया को याद कर बिलखते रहे पिता: स्नेहा परिवार की बड़ी बेटी है, उससे छोटी बहन है, जो कि बीकॉम कर रही है. पढ़ने में होनहार स्नेहा के मेडिकल में दाखिले के बाद से ही परिवार में खुशियों का माहौल था. 2019 बैच की मेडिकल स्टूडेंट स्नेहा ने एमबीबीएस पूरा कर लिया था. फिलहाल इंटर्नशिप कर रही थी. इसमें भी अब सिर्फ दो महीने ही बचे थे. इसके बाद वह डॉक्टर बन जाती. बेटी को लेकर मां-बाप के बड़े अरमान थे. तमन्ना थी कि बेटी को डॉक्टर बनते देख सकें. इस बीच अचानक काल ने स्नेहा को छीन लिया. पिता बेटी को याद कर बिलखते रहे.
पिता बोले-15 दिन पहले आई थी घर: स्नेहा के पिता जयप्रकाश पाठक ने बताया कि वह अपने बाबा सीपी पाठक के बीमार होने पर 15 दिन पहले ही कानपुर से घर आई थी. क्या पता था कि इसके बाद में वह अपनी बेटी को नहीं देख पाएंगे. बताया कि शुक्रवार को उनके पास फोन आया था कि स्नेहा की तबीयत खराब है, जैसे ही इस बात की जानकारी उन्हें मिली, वह और उनकी पत्नी कानपुर के लिए रवाना हो गए. बाद में जानकारी हुई कि उसकी मौत हो गई है. शनिवार को स्नेहा के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जब बेटी के शव को देखा तो वह चीख-चीखकर रोने लगे. कहने लगे-बेटी, आखिर तुम हमें छोड़कर क्यों चली गई?
इन मौतों ने भी चौंकाया: स्नेहा पाठक की मौत ने सगे-संबंधियों और साथी छात्र-छात्राओं को झकझोर कर रख दिया है. इतनी कम उम्र में एक होनहार बिटिया की मौत ने सभी को चौंकाया है. खासकर मौत का जो कारण सामने आ रहा है, वह हैरान करने वाला है. हाल के दिनों में कुछ ऐसी अन्य मौतें भी हुईं हैं, जिनके पीछे हार्ट अटैक कारण बना. इसमें एक दिन पहले 24 जनवरी को बरेली के जीआरपी जंक्शन में तैनात सब इंस्पेक्टर चमन सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई. मूल रूप से मेरठ के निवासी चमन सिंह की बरेली जंक्शन जीआरपी थाने में दो साल से तैनाती थी. उनको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जान नहीं बची. इसी तरह करीब एक महीने पहले 20 दिसंबर 2024 को अमरोहा के रजबपुर नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज में पीसीएस परीक्षा देने आए छात्र की मौत हो गई. औरंगाबाद के तुम्माधे गांव के लॉरेन्स शर्मा दूसरी पाली का पेपर देने के बाद साढ़े 4 बजे बाहर आए. बाहर आने के बाद उन्हें घबराहट महसूस हुई तो वह बैठ गए. परेशान देख स्टाफ और पुलिस के लोग उनके पास पहुंच गए. छात्र ने बताया कि उसे घबराहट हो रही है. यह बोलते हुए वह जमीन पर गिर गए. फिर उनकी मौत हो गई.