जयपुर. प्रदेश में भजनलाल सरकार के 6 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर लगे पट्टे जारी किए जा रहे हैं. हाल ही में हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर और सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने जनता को ये पट्टे वितरित किए.
मामला सामने आने के बाद स्वायत्त शासन विभाग ने अब इसकी जांच शुरू कर दी है, जबकि गोपाल शर्मा ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कार्यक्रम में 20 पट्टे बांटे गए थे. इनमें से दो पट्टे ऐसे थे जो पुराने थे, जिन्हें बांटा जाना भी जरूरी था. जो 18 पट्टे थे उनमें पुराने और नए किसी भी मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं थी. जिस तरह सिक्कों पर यदि 'नेहरू जी' की फोटो लगी हो, तो उसे देने से मना नहीं कर सकते, इसी तरह ये दो पट्टे भी दिए गए. उन्होंने कहा कि इस विषय में पहले उनसे पूछा नहीं गया, तो उन्होंने बताया नहीं. अब मीडिया के माध्यम से इस संबंध में सूचना दे दी है.
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पट्टों की जांच की मांग : बता दें कि जयपुर के सिविल लाइन विधानसभा के वार्ड 38 और 44 में पट्टा वितरण कार्यक्रम को पहली बार किसी प्राइवेट होटल में गुपचुप तरीके से किया गया. कार्यक्रम में क्षेत्रीय पार्षद तक को नहीं बुलाया गया. बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा की मौजूदगी में मेयर मुनेश गुर्जर ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर वाले दो पुराने पट्टे भी वितरित किए. इस मामले में कांग्रेसी पार्षदों ने बड़े घोटाले की आशंका जताते हुए निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर जारी हुए पट्टों की जांच की मांग की है. वहीं, इस मामले में यूडीएच मंत्री ने भी जांच के निर्देश दिए हैं. साथ ही विधानसभा सत्र के बाद इस पूरी प्रक्रिया का रिव्यू कर नए सिरे से गाइडलाइन जारी करने की बात कही है.