मैं आत्महत्या कर लूंगा, पर्ची में पुलिस का नाम लिखकर जाऊंगा : एजाज ढेबर - Mayor Ejaz Dhebar threat
MAYOR EJAZ DHEBAR THREAT TO RAIPUR POLICE रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने खुद के ऊपर FIR दर्ज होने के खिलाफ एसएसपी को ज्ञापन सौंपा.महापौर ने चेतावनी दी कि यदि उनके खिलाफ दर्ज FIR शून्य घोषित नहीं होती तो वो आत्महत्या कर लेंगे.
मैं सुसाइड कर लूंगा - एजाज ढेबर (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर: रायपुर के सिविल लाइन थाने में 26 जुलाई को महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ विधानसभा घेराव के दौरान गाली-गलौज मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा पहुचाएं जाने का मामला दर्ज हुआ है. एफआईआर दर्ज होने के बाद सोमवार को महापौर एजाज ढेबर ने एसएसपी संतोष सिंह को ज्ञापन सौंपा. महापौर ने कहा कि मैं बहुत आहत हूं. अगर आप कुछ नहीं करोगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. आपके नाम चिट्ठी लिखकर जाऊंगा. वहीं आईपीएस संतोष सिंह ने कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा.
महापौर का एसएसपी को ज्ञापन (ETV Bharat Chhattisgarh)
महापौर को एसएसपी का जवाब : महापौर के इस तरह बोले जाने के बाद एसएसपी संतोष सिंह ने जवाब में कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा. आपको क्या करना है यह आप डिसाइड करेंगे. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान लगभग 25 हजार की भीड़ मौजूद थी. अगर FIR करना है तो सभी पर हो.ये FIR राजनीति से प्रेरित है. जब धरना प्रदर्शन या आंदोलन होता है तो धक्का मुक्की होती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि टारगेट कर एफआईआर की जाए. हमने एसएसपी से मांग की है कि एफआईआर को शून्य किया जाए या फिर पूरे 25 हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए.
मैं आत्महत्या कर लूंगा : एजाज ढेबर (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर बना चाकूपुर : आपको बता दें कि एजाज ढेबर ने कहा था कि "बीजेपी आईटी सेल ने वीडियो जारी किया.जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. महापौर ने कहा कि रायपुर चाकूपुर बन चुका है. जो साय-साय सरकार है वो ठांय-ठांय सरकार हो चुकी है. जो लोग अपराध कर रहे हैं पुलिस को उनको पकड़ना चाहिए. उल्टा मेरे ऊपर इतने सारे पहली बार अपराध दर्ज किए गए हैं. 20 साल के करियर में पहली बार इतनी धाराओं के तहत मेरे खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.''
मैं चोटिल और मुझ पर ही FIR : महापौर का कहना था कि जो पुलिस वाले मुझे मारे हैं मुझे धक्का दिए हैं या मेरी पसली तोड़े हैं क्या उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी या फिर शहर के एसपी अपराध दर्ज करेंगे. जो मामला मेरे खिलाफ दर्ज किया गया है क्या यही मामला पुलिस के खिलाफ दर्ज होगा. मेरी पसली में चोट लगने की वजह से एंबुलेंस बुलाकर मुझे स्ट्रेचर में अस्पताल ले जाया गया. लगभग डेढ़ दिनों तक मैं हॉस्पिटल में भर्ती था. चोटिल तो मैं हुआ हूं और मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया है.
रायपुर: रायपुर के सिविल लाइन थाने में 26 जुलाई को महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ विधानसभा घेराव के दौरान गाली-गलौज मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा पहुचाएं जाने का मामला दर्ज हुआ है. एफआईआर दर्ज होने के बाद सोमवार को महापौर एजाज ढेबर ने एसएसपी संतोष सिंह को ज्ञापन सौंपा. महापौर ने कहा कि मैं बहुत आहत हूं. अगर आप कुछ नहीं करोगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. आपके नाम चिट्ठी लिखकर जाऊंगा. वहीं आईपीएस संतोष सिंह ने कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा.
महापौर का एसएसपी को ज्ञापन (ETV Bharat Chhattisgarh)
महापौर को एसएसपी का जवाब : महापौर के इस तरह बोले जाने के बाद एसएसपी संतोष सिंह ने जवाब में कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा. आपको क्या करना है यह आप डिसाइड करेंगे. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान लगभग 25 हजार की भीड़ मौजूद थी. अगर FIR करना है तो सभी पर हो.ये FIR राजनीति से प्रेरित है. जब धरना प्रदर्शन या आंदोलन होता है तो धक्का मुक्की होती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि टारगेट कर एफआईआर की जाए. हमने एसएसपी से मांग की है कि एफआईआर को शून्य किया जाए या फिर पूरे 25 हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए.
मैं आत्महत्या कर लूंगा : एजाज ढेबर (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर बना चाकूपुर : आपको बता दें कि एजाज ढेबर ने कहा था कि "बीजेपी आईटी सेल ने वीडियो जारी किया.जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. महापौर ने कहा कि रायपुर चाकूपुर बन चुका है. जो साय-साय सरकार है वो ठांय-ठांय सरकार हो चुकी है. जो लोग अपराध कर रहे हैं पुलिस को उनको पकड़ना चाहिए. उल्टा मेरे ऊपर इतने सारे पहली बार अपराध दर्ज किए गए हैं. 20 साल के करियर में पहली बार इतनी धाराओं के तहत मेरे खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.''
मैं चोटिल और मुझ पर ही FIR : महापौर का कहना था कि जो पुलिस वाले मुझे मारे हैं मुझे धक्का दिए हैं या मेरी पसली तोड़े हैं क्या उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी या फिर शहर के एसपी अपराध दर्ज करेंगे. जो मामला मेरे खिलाफ दर्ज किया गया है क्या यही मामला पुलिस के खिलाफ दर्ज होगा. मेरी पसली में चोट लगने की वजह से एंबुलेंस बुलाकर मुझे स्ट्रेचर में अस्पताल ले जाया गया. लगभग डेढ़ दिनों तक मैं हॉस्पिटल में भर्ती था. चोटिल तो मैं हुआ हूं और मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया है.