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अस्थाई जेल में कटी BJP MLA प्रदीप पटेल की रात, मऊगंज में हाईवोल्टेज ड्रामा

मऊगंज में अतिक्रमण को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद के बाद तनावपूर्ण शांति है. इधर, रीवा की अस्थाई जेल में बीजेपी विधायक बंद रहे.

Mauganj Clash between two sides
धरने पर बैठे बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

रीवा : मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में उस वक्त तनाव की स्थिति निर्मित हो गई, जब दो पक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए. इसी दौरान दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों लोगों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला किया. जमकर पथराव भी हुआ. एक जगह पर आग भी लगा दी गई. मामला गंभीर होते देख पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया. पुलिस ने घटनास्थल पर उपस्थित मऊगंज के बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में लिया और उन्हें रीवा ले आई. यहां पर उन्हें पुलिस विभाग के समुदायिक भवन पर रखा गया, जहां पर पुलिस फोर्स की निगरानी में विधायक ने रात गुजारी.

विवाद कैसे शुरू हुआ और कैसे बढ़ा

दरअसल, पूरा विवाद मऊगंज जिले शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरा गांव में वर्षों पुरानी महादेवन मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर है. पिछले 3 दिन से प्रदर्शनकारी अवैध कब्जा हटाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल भी मंगलवार को मौके पर पहुंचे. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. इसी दौरान विधायक प्रदीप की उपस्थिति में ही प्रदर्शनकारियो ने हथौड़ा और फावड़ा लेकर खुद ही विवादित जमीन पर बनी बाउंड्री वॉल को तोड़ना शुरू कर दिया.

मऊगंज में हंगामे के बाद रीवा की अस्थाई जेल में बीजेपी विधायक बंद रहे (ETV BHARAT)

बाउंड्री वॉल तोड़ते देख दूसरे पक्ष के लोग भड़के

प्रदर्शनकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने जाने की कोसिश करने पर दूसरे पक्ष के लोग भड़क गए. देखते ही देखते दोनो पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई और जमकर लाठी डंडे भी चले. पुलिस ने विवाद को शांत करवाने का प्रयास किया. लेकिन विवाद बढ़ता देख पुलिस हल्का बल प्रयोग किया. इसी दौरान घटनास्थल पर मौजूद विधायक ने उसी स्थान पर धरना दे दिया और अतिक्रमण हटाए जाने के जिद पर अड़ गए. पुलिस ने उन्हे हटाने का प्रायस किया लेकिन वह नहीं माने तभी कलेक्टर की मौजूदगी में पुलिस अधिकारियों ने विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में ले लिया.

विधायक से बोले कलेक्टर- आपको गिरफ्तार कर ले जाएंगे जेल

पूरे घटनाक्रम के कई वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए. जिसमें विधायक को पुलिस अधिकारी उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी दौरान जब विधायक प्रदीप पटेल ने कलेक्टर अजय श्रीवास्तव से पूछा "क्या उनकी गिरफ्तारी जा रही है" तो कलेक्टर ने कहा "हां हम आपको गिरफ्तार कर रहे हैं और जेल लेकर जाएंगे." इसके बाद पुलिस की एक टीम बीजेपी विधायक को लेकर रीवा आई. यहां पर पुलिस लाइन के समीप समुदायिक भवन पर बनाए गए अस्थाई जेल में उन्हें रखा गया. जिसके बाद विधायक की सारी रात अस्थाई जेल में कटी.

बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने लगाए आरोप

रीवा लाए गए विधायक से जब मीडिया ने बात की उन्होंने कहा "शाहपुर में वर्षों पुराने शिव महादेवन मंदिर क्षेत्र में कुछ लोगों ने कब्जा जमाया हुआ है. मंदिर में आने वाले भक्तों को भी आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते शासन ने वहां के अतिक्रमण को खाली कराने का नोटिस भी जारी किया. लेकिन वहां पर रह रहे लोगों ने कोर्ट से स्टे प्राप्त कर लिया, जिसकी वजह से प्रशासन भी जमीन को खाली नहीं करा पाया. अतिक्रमण तो हटकर रहेगा, भले ही मेरे प्राण क्यों न चले जाएं."

कलेक्टर और एसपी ने देर रात दी सफाई

मंगलवार देर रात मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर ने अपना बयान जारी करते हुए मामले पर सफाई दी. उन्होंने ने कहा "यहां पर शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने की प्रक्रिया शासन की तरफ से चल रही थी. दोपहर के समय मौके पर कुछ लोग एकत्रित हुए और खुद ही अतिक्रमण हटाने का प्रयास शुरू कर दिया. इसके बाद दोनो पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. इसी बीच भीड़ ने झोपड़ी पर रखी घास पर आग लगा दी. मौके पर विधायक प्रदीप पटेल भी उपस्थित थे. सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल उन्हें अन्य स्थान पर ले जाया गया. धारा 163 लगाकर दोनों पक्षों के लोगो की गिरफ्तारी की गई है. स्थिति नियंत्रण में है."

रीवा : मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में उस वक्त तनाव की स्थिति निर्मित हो गई, जब दो पक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए. इसी दौरान दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों लोगों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला किया. जमकर पथराव भी हुआ. एक जगह पर आग भी लगा दी गई. मामला गंभीर होते देख पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया. पुलिस ने घटनास्थल पर उपस्थित मऊगंज के बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में लिया और उन्हें रीवा ले आई. यहां पर उन्हें पुलिस विभाग के समुदायिक भवन पर रखा गया, जहां पर पुलिस फोर्स की निगरानी में विधायक ने रात गुजारी.

विवाद कैसे शुरू हुआ और कैसे बढ़ा

दरअसल, पूरा विवाद मऊगंज जिले शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरा गांव में वर्षों पुरानी महादेवन मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर है. पिछले 3 दिन से प्रदर्शनकारी अवैध कब्जा हटाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल भी मंगलवार को मौके पर पहुंचे. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. इसी दौरान विधायक प्रदीप की उपस्थिति में ही प्रदर्शनकारियो ने हथौड़ा और फावड़ा लेकर खुद ही विवादित जमीन पर बनी बाउंड्री वॉल को तोड़ना शुरू कर दिया.

मऊगंज में हंगामे के बाद रीवा की अस्थाई जेल में बीजेपी विधायक बंद रहे (ETV BHARAT)

बाउंड्री वॉल तोड़ते देख दूसरे पक्ष के लोग भड़के

प्रदर्शनकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने जाने की कोसिश करने पर दूसरे पक्ष के लोग भड़क गए. देखते ही देखते दोनो पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई और जमकर लाठी डंडे भी चले. पुलिस ने विवाद को शांत करवाने का प्रयास किया. लेकिन विवाद बढ़ता देख पुलिस हल्का बल प्रयोग किया. इसी दौरान घटनास्थल पर मौजूद विधायक ने उसी स्थान पर धरना दे दिया और अतिक्रमण हटाए जाने के जिद पर अड़ गए. पुलिस ने उन्हे हटाने का प्रायस किया लेकिन वह नहीं माने तभी कलेक्टर की मौजूदगी में पुलिस अधिकारियों ने विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में ले लिया.

विधायक से बोले कलेक्टर- आपको गिरफ्तार कर ले जाएंगे जेल

पूरे घटनाक्रम के कई वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए. जिसमें विधायक को पुलिस अधिकारी उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी दौरान जब विधायक प्रदीप पटेल ने कलेक्टर अजय श्रीवास्तव से पूछा "क्या उनकी गिरफ्तारी जा रही है" तो कलेक्टर ने कहा "हां हम आपको गिरफ्तार कर रहे हैं और जेल लेकर जाएंगे." इसके बाद पुलिस की एक टीम बीजेपी विधायक को लेकर रीवा आई. यहां पर पुलिस लाइन के समीप समुदायिक भवन पर बनाए गए अस्थाई जेल में उन्हें रखा गया. जिसके बाद विधायक की सारी रात अस्थाई जेल में कटी.

बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने लगाए आरोप

रीवा लाए गए विधायक से जब मीडिया ने बात की उन्होंने कहा "शाहपुर में वर्षों पुराने शिव महादेवन मंदिर क्षेत्र में कुछ लोगों ने कब्जा जमाया हुआ है. मंदिर में आने वाले भक्तों को भी आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते शासन ने वहां के अतिक्रमण को खाली कराने का नोटिस भी जारी किया. लेकिन वहां पर रह रहे लोगों ने कोर्ट से स्टे प्राप्त कर लिया, जिसकी वजह से प्रशासन भी जमीन को खाली नहीं करा पाया. अतिक्रमण तो हटकर रहेगा, भले ही मेरे प्राण क्यों न चले जाएं."

कलेक्टर और एसपी ने देर रात दी सफाई

मंगलवार देर रात मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर ने अपना बयान जारी करते हुए मामले पर सफाई दी. उन्होंने ने कहा "यहां पर शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने की प्रक्रिया शासन की तरफ से चल रही थी. दोपहर के समय मौके पर कुछ लोग एकत्रित हुए और खुद ही अतिक्रमण हटाने का प्रयास शुरू कर दिया. इसके बाद दोनो पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. इसी बीच भीड़ ने झोपड़ी पर रखी घास पर आग लगा दी. मौके पर विधायक प्रदीप पटेल भी उपस्थित थे. सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल उन्हें अन्य स्थान पर ले जाया गया. धारा 163 लगाकर दोनों पक्षों के लोगो की गिरफ्तारी की गई है. स्थिति नियंत्रण में है."

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