देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 पहले के मुकाबले बेहतर ढंग से चल रही है, लेकिन हेली कंपनियों की मनमानी जारी है. हेली कंपनियों की मनमानी को लेकर कई तरह की शिकायतें सामने आ रही है. कुछ शिकायतें ओवर रेटिंग से जुड़ी हुई है, जिसका उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग ने संज्ञान लिया है. उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग की तरफ से साफ किया गया है कि मनमानी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 के शुरुआती चरण में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था. उस दौरान कई भक्त ट्रैफिक जाम और अन्य कारणों से हेलीपैड नहीं पहुंच पाए थे, जिसका हेली कंपनियों ने फायदा हुआ उठाया और उस स्लॉट के टिकट अन्य भक्तों को महंगे दामों पर बेच दिए. जबकि यह नियमों के खिलाफ है. इस तरह की तमाम शिकायतें उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग के पास आई, जिसका विभाग ने संज्ञान लिया.
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग के सीईओ सी रविशंकर का कहना है कि पहले इस तरह की कोई भी लिखित शिकायत उनके पास नहीं आई थी, इसीलिए वो कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए थे, लेकिन अब कुछ शिकायतें मिली है, जिसके बाद विभाग अब इस तरह के मामलों की जांच करने जा रहा है. जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी.
सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि हेली ऑपरेटर्स के साथ जो टेंडर हुए है, उसमे तमाम तरह के कंडीशन डाली गई है. जिसके तहत अगर कोई ऑपरेटर ग्राहकों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता है तो उस पर पेनल्टी लगाई जाएगी. इसके साथ ही अगर कोई हेली ऑपरेटर कुछ दिनों तक फ्लाइंग नहीं करता है तो उस पर भी पेनल्टी लगाई जाती है. इसके अलावा कोई ऑपरेटर तय दर से ज्यादा कीमत पर टिकट बेचता है तो वो वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है. इस तरह के मालमों में तीन सालों के लिए ब्लैक लिस्ट करने का प्रावधान है.
सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि हाल ही में महंगे दामों पर सभी ऑपरेटर की ओर से टिकट बेचे जाने की शिकायत सामने आई है. लिहाजा इस तरह की शिकायत आने के बाद जांच में पुष्टि होने पर हेली ऑपरेटर के खिलाफ तीन साल के लिए ब्लैकलिस्ट जैसी बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
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